Pune: पूर्व सांसद संजय काकडे व गाजा मारणे के बीच प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष संबंध, पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश किए गए रिमांड रिपोर्ट में इसका ‘दावा’

पुणे : कुख्यात अपराधी गजानन मारणे और पूर्व सांसद संजय काकडे के बीच प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष संबंध है। मारणे रैली मामले में दर्ज एफआईआर में प्रत्यक्षदर्शी गवाह पर काकडे द्वारा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तरीके से दबाव लाने की संभावना है। साथ ही गवाह को धमकाने व दबाव लाने, लालच देने आदि को रोकने के लिए उन्हे गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश किए गए रिमांड रिपोर्ट में ऐसा उल्लेख किया गया है।

हालांकि मारणे और काकडे के बीच प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सही मायने में कौन सा संबंध है इस पर से अभी भी पर्दा नहीं उठा है। मारणे के जेल से छूटने के बाद रैली निकालकर आतंक निर्माण करने का जाल किसने बिछाया? किस जगह पर इसकी योजना बनाई गई? इसमें कौन-कौन शामिल है? इस जाल को बिछाने के पीछे आरोपी का उद्देश्य क्या है? इस बारे में काकडे से पूछताछ की जाएगी। साथ ही इस गुनाह में गिरफ्तार आरोपी ने सोशल मीडिया पर दहशत फैलाने में किस-किस साथी की मदद ली थी? उसका गुनाह से क्या संबंध है? इस बारे में पुलिस जांच कर रही है।

मारणे ने तलोजा जेल से छूटने के बाद रैली निकाली थी। मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर निकाले गए रैली में सकड़ो गाड़ियो का काफिला था। उसके बाद सोशल मीडिया पर उसका फोटो और वीडियो वायरल किया था। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने जांच कर बंड गार्डन थाने में गजानन मारणे के साथ अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। इस मामले में काकडे को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। बुधवार सुबह बंडगार्डन पुलिस ने काकडे को गिरफ्तार किया। इससे पहले काकडे को क्राइम ब्रांच के कार्यालय में भी बुलाया गया था। इस बीच रैली प्रकरण में मारणे के विरोध में शहर के विविध पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज किया गया है। अभी काकडे को गिरफ्तार कर पुलिस ने अदालत में पेश किया है।