पुणे, 17 सितंबर : Pune Honeytrap Case |पुणे के एक सब्जी विक्रेता को हनी ट्रेप में फंसा कर उससे हफ्ता मांगने की घटना सामने आई है। हनी ट्रेप (Pune Honeytrap Case) में फंसा कर 5 लाख रुपए का हफ्ता मांगने के मामले में फ़र्ज़ी पत्रकार सहित चार लोगों के गैंग को हड़पसर पुलिस (Hadapsar Police) ने गिरफ्तार किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपियों के पास सीबीआई अधिकारी (CBI officer) होने का फ़र्ज़ी पहचान पत्र पुलिस को मिला है। आरोपी यू ट्यून न्यूज़ चैनल व संगठन के नाम पर ब्लैकमेल कर रहे थे।
पुलिस ने इस मामले में शिव प्रहार संगठन के अनिल जगन्नाथ बोटे (उम्र 34 ), महाराष्ट्र के प्रहार न्यूज़ के राहुल मच्छिंद्र हरपले (उम्र 33 ), संतोष उर्फ़ शिवा उत्तम खरात (उम्र 26 ), स्वप्निल विजय धोत्रे (उम्र 24 ), मारुती लहू नीचित (उम्र 39 ) को गिरफ्तार किया है। इस मामले में सब्जी विक्रेता दिलीप मेमाने (उम्र 38, नि – जेजुरी ) ने हड़पसर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराइ है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता का सब्जी बिक्री का धंधा है। उनकी पहचान के स्वप्निल धोत्रे ने शुक्रवार 10 सितंबर को उन्हें फ़ोन किया था। उसने शिकायतकर्ता को पब में बुलाया। उन्हें साथ लेकर राहुल और अन्य दो लड़कियों के साथ कोरेगांव पार्क के एक पब में गए. यहां पर अनिल बोटे पहले से था। पब में आने के बाद एक लड़की ने शिकायतकर्ता के करीब आने का प्रयास किया। इसके बाद वहां से सभी चले गए। ;लड़की ने पाव भाजी खाई। इसके बाद दोनों एक लॉज में गए। यहां पर दोनों ने शारीरिक संबंध बनाया।
दो दिन बाद 12 सितंबर को राहुल, अनिल, स्वप्निल और एक लड़की शिकायतकर्ता के दुकान पर आये. अनिल ने कहा कि तुमने उस लड़की के साथ बलात्कार किया है। हम तुम्हारे खिलाफ पुलिस के केस दर्ज कराएंगे। अगर शिकायत से बचना है तो पांच लाख रुपए दो। दूसरे दिन शकायत्कर्ता हड़पसर के मेगा सेंटर गए। यहां पर पैसे नहीं ले जाने की वजह से अनिल बोटे ने उनके साथ गाली गलौज की। साथ ही उनके सिर पर कुर्सी से वार किया। जबकि मारुती नीचित ने बताया कि वह सीबीआई अधिकारी है। तुम पर बलात्कार का केस दर्ज कराता हूं और अपनी ताकत दिखाता हूं। घबराये शिकायतकर्ता घर आ गए। घर आने के बाद शिकायतकर्ता को स्वप्निल धोत्रे को फ़ोन कर बताया कि बोटे तुम्हारे खिलाफ केस दर्ज कराने लोणी कालभोर पुलिस स्टेशन गया है। इसके बाद शिकायतकर्ता खुद पुलिस स्टेशन गए तब जाकर यह मामला सामने आया।