Pune News | पुणे : आरटीआई कार्यकर्ता रवींद्र बहाटे का साथी और मोक्का मामले में फरार आरोपी प्रशांत जोशी गिरफ्तार ; क्राइम ब्रांच ने  कोथरुड परिसर से पकड़ा 

 

पुणे (pune hindi news) 28 जून : पुणे (pune news) शहर के पर्वती सहकारनगर की विवादित जमीन घोटाला मामले (land scam case) में पुणे (pune news) के सुचना के अधिकार कार्यकर्ता रवींद्र बहाटे (Raid On Pune Based RTI Activist Ravindra Barate )के साथ अन्य साथियो के खिलाफ चतुश्रृंगी पुलिस स्टेशन (Chaturshrungi Police Station) में केस दर्ज कराया गया था।  इस गिरोह के खिलाफ पुणे शहर के विभिन्न पुलिस स्टशनों में केस दर्ज (FIR) किया गया है।  इस अपराध में फरार आरोपी प्रशांत पुरुषोत्तम जोशी (Prashant Purushottam Joshi) को क्राइम ब्रांच यूनिट 1 (crime branch unit 1 team) की टीम ने गिरफ्तार (arrest) कर लिया है।

पर्वती के एक विवादित जमीन के घोटाला मामले में रवींद्र  बहाटे, सस्पेंड पुलिसकर्मी शैलेश जगताप, संजय भोकरे (नि – सांगली ), पत्रकार देवेंद्र जैन, परवेज जमादार, जयेश जगताप, प्रशांत फाले, विशाल तोत्रे, प्रेमचंद रतनचंद बाफना, प्रशांत बाफना, हरीश किरण बाफना, विनय मूंदड़ा, प्रशांत जोशी के खिलाफ केस दर्ज है।  सभी के खिलाफ हफ्ता मांगने, ठगी, अपहरण, और साठगांठ करके अपराध करने के केस दर्ज है।

आरोपी जोशी कोथरुड से गिरफ्तार 
पुणे क्राइम ब्रांच यूनिट 1 के पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों ने शनिवार को अपने क्षेत्र में गश्त लगा रहे थे। इसी दौरान पुलिसकर्मी सचिव जाधव व दत्ता सोनवणे को फरार प्रशांत जोशी के रिश्तेदारों से मिलने आने की जानकारी मिली।  मिली जानकारी के आधार पर प्रशांत पुरुषोत्तम जोशी (उम्र 46 वर्ष, नि- फ्लैट नंबर-12 अ, 1 कृष्णलीला टैरेस, लेन नंबर 4, महात्मा सोसायटी के पास, गांधी भवन मार्ग, कोथरुड ) को कब्जे में लिया गया।  आरोपी पर आगे की कार्रवाई के लिए उसे चतुश्रृंगी पुलिस के हवाले कर दिया गया है।  इस मामले के सह आरोपी प्रकाश रघुनाथ फाले (उम्र 41 वर्ष, सांगवी ) को इससे पहले गिरफ्तार किया जा चुका है।  जबकि इस मामले के आरोपी विशाल तोत्रे की मार्च में मौत हो चुकी है।

क्या है मामला 
पर्वती की जमीन नीलमणि देसाई के पिता ने दामाद धैर्यशील देसाई के नाम पर किया था।  इसमें से कुछ जमीन को डेवलप करने के बाद धैर्यशील के पास 4 हज़ार 913 स्कवायर मीटर जगह शेष बची थी।  धैर्यशील के नाम की जमीन आपके नाम पर करके देने का लालच प्रशांत जोशी ने नीलमणि को दिया था।  इसके साथ ही प्रशांत जोशी ने बताया कि उसकी जमीन शैलेश जगताप और जयेश जगताप लेने को इच्छुक है।  संबंधित जमीन पर आपके पति के वारिस के  नाम पर कराने का लालच  सुचना के अधिकार कार्यकर्ता रवींद्र  बहाटे ने दिया था।

5 करोड़ में जमीन का सौदा 
शैलेश जगताप ने नीलमणि से कहा कि वह अपनी जमीन ऋषिकेश बारटक्के को  बेच दे। इसके बाद इस जमीन का 5 करोड़ में सौदा हुआ।

बारटक्के ने नीलमणि देसाई  और उनके बेटे के नाम पर 5-5 लाख रुपए जमा कर दिए।  इसके बाद शैलेश जगताप व अन्य ने ऋषिकेश बारटक्के को धमकाकर उससे 20 लाख रुपए वसूले।  इसके बाद जमीन की माप नहीं होने देने की धमकी देकर आरोपियों ने पैसे की मांग की।

इस जमीन के सौदे के लिए समझौते के तौर पर 3 करोड़ रुपए की मांग की।  इसके साथ ही समय समय पर धमकियां देकर शिकायतकर्ता और उनके सहयोगी की प्रेस कॉन्फ्रेंस करके , मीडिया व अन्य जरिये से बदनाम किया।  साथ ही घर पर आदमी भेजकर झूठे मामले में फंसा देने की धमकी दी।

यह कार्रवाई पुणे शहर अपर पुलिस कमिश्नर अशोक मोराले, डीसीपी (क्राइम ) श्रीनिवास घाडगे, एसीपी (क्राइम 1 ) के मार्गदर्शन में सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर भरत जाधव, पुलिस सब इंस्पेक्टर संजय गायकवाड़, सुनील कुलकर्णी, पुलिसकर्मी विजेसिंह वासावे, अय्याज दडड़ीकर, इमरान शेख की टीम ने की।