Pune | सिंहगड पर अधिकारियों के रिश्तेदारों की मस्ती

पुणे (Pune News) :  Pune | जब सिंहगढ़ किले (Sinhagad Fort) की तलहटी में गोलेवाड़ी चौक क्षेत्र में हवेली पुलिस (Haveli Police) की नाकाबंदी, वहां से कुछ दूरी पर वन विभाग (Forest Department) की एक चेक पोस्ट (Check Post) और कोंढ्णपुर (kondhanpur) में वन विभाग की एक चेक पोस्ट भी है, ऐसे तीन जगहों पर बंदोबस्त होने के बाद भी पर्यटक किले (Pune) पर कैसे जाते हैं? आसानी से जा सकते हैं सिर्फ उसके लिए आपको वरिष्ठ अधिकारियों के रिश्तेदारों या उस अधिकारी से पहचान होना जरूरी है।

 

सिंहगढ़ आने वाले साधारण पर्यटकों को पुलिस (Police) और वन विभाग (Forest Department) के कर्मियों द्वारा वापस भेज दिया जाता है। हालांकि, अधिकारियों के रिश्तेदार बिना किसी परेशानी के किले में जाते हैं। किले पर पर्यटन (Tourism) पर प्रतिबंध (Restrictions) के आदेश में प्रशासन की दोहरी भूमिका सामने आ रही है। जिलाधिकारी ने कुछ महीने पहले पर्यटकों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है। सिंहगढ़ को अब स्थानीय लोगों, व्यापारियों, पर्यटकों और पर्वतारोहियों द्वारा पर्यटकों के लिए खोलने की मांग की जा रही है।

साहब ने कहा,  ‘इस’ गाड़ी को छोड़ो!

कोंढ्णपुर फाटे (Kondhanapur Phata) पर चेक पोस्ट पर, वन समिति के कर्मचारियों को गोलेवाड़ी में चेक पोस्ट से फोन आता है कि डिप्टी फॉरेस्ट रेंजर (Deputy Forest Ranger) (डीसीएफ) राहुल पाटिल (Rahul Patil) के रिश्तेदारों का वाहन आ रहा है, इसे किले में छोड़ दें। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि डीसीएफ ने उन्हें गाड़ी छोड़ने को कहा था।

 

सब कुछ शुरू हो गया है, अब सिंहगढ़ का किला भी खुल जाना चाहिए। प्रशासन को नियम बनाना चाहिए और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का प्रावधान करना चाहिए।

– विजय सुकाले, पर्यटक (Vijay Sukale, Tourist)

कुछ दिनों के इंतजार के बाद कोरोना मरीज के आंकड़ों की समीक्षा होगी। उसके बाद सिंहगढ़ को खोलने पर विचार किया जाएगा।

-डॉ. राजेश देशमुख, जिलाधिकारी (Dr. Rajesh Deshmukh, District Magistrate)

 

 

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