पुणे विश्वविद्यालय वापस करेगी परीक्षा शुल्क

पुणे : पुणे सामाचर ऑनलाइन – कोरोना की वजह से बीते वर्ष में अंतिम वर्ष को छोड़कर अंतिम वर्ष के छात्रों को अगली कक्षा में भेज दिया गया था। ऐसे में जिन छात्रों की परीक्षा नहीं हुई उन्हे परीक्षा शुल्क वापस किया जाएगा। इस प्रक्रिया के दौरान होने वाले खर्च को छोड़ कर बाकी की राशि लौटाने का निर्णय सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय ने किया है।

विश्वविद्यालय के प्रबंधन परिषद की बैठक के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने परीक्षा शुल्क वापस करने के साथ ही अन्य मांगो के लिए आंदोलन किया। नारेबाज़ी करते हुए कार्यकर्ता सभागृह की कुंडी तोड़कर अंदर घुस गये। इससे बैठक के कामकाज में अड़चन आ गई। कुलगुरू डॉ नितिन करमलकर व अन्य सदस्यों ने कार्यकर्ता को समझाया कि इस तरह से आंदोलन करना ठीक नहीं है। फिर भी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए कामकाज ठप्प करने की कोशिश की।

अंतिम वर्ष को छोड़ कर अन्य वर्ष के छात्रो की परीक्षा नही हुई है, लेकिन इस प्रक्रिया को करने में खर्च हुआ है। इसलिए बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इस खर्च को छोड़कर बाकी की रकम वापस की जाएगी। आंदोलन करने वालो के खिलाफ पुलिस में शिकायत कराने की बात भी कुलपति ने कही।

विश्वविद्यालय की ओर से सुरक्षा के लिए हर साल लाखो रुपए खर्च किए जाते हैं। सुरक्षा रक्षक भी जगह जगह तैनात हैं लेकिन आंदोलन कर रहे कार्यकर्ताओं को ये सुरक्षा रक्षक रोक नहीं पाए। सभागृह की कुंडी तोड़ने में ये कार्यकर्ता सफल हुए क्योंकि विश्वविद्यालय की सुरक्षा यंत्रणा फेल रही।