Sanjay Raut | लड़ने के लिए भाजपा कभी खुद के हथियार का इस्तेमाल नहीं करती, उनके पास खुद का हथियार नहीं, संजय राऊत का तीखा हमला 

मुंबई (Mumbai News) : Sanjay Raut | महंगाई के खिलाफ औरंगाबाद (Aurangabad) में शिवसेना ( Shiv Sena) द्वारा आक्रोश मोर्चा निकाला जाएगा।  इस मोर्चे का मनसे (MNS) द्वारा विरोध किये जाने के मुद्दे पर शिवसेना सांसद राऊत (Sanjay Raut) ने भाजपा (BJP) पर तीखे शब्दों में हमला किया है।  उन्होंने सवाल किया कि मनसे के जरिये भाजपा अपना एजेंडा चला रही है क्या ? उन्होंने कहा कि भाजपा के पास खुद का हथियार नहीं है।  साथ बिना मनसे का नाम लिए कहा कि किराये पर राजनीतिक दलों को साथ लेकर हमारा विरोध किया जा रहा है।  औरंगाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने (Sanjay Raut) यह प्रतिक्रिया दी।


किराये पर राजनीतिक दलों का साथ लिया जा रहा (Sanjay Raut)

उन्होंने कहा कि भाजपा लड़ने के लिए कभी खुद के हथियार का इस्तेमाल नहीं करती है।  उनके पास खुद का हथियार नहीं है।  वे दूसरों के कंधों पर रखकर बंदूक चलाते है।  कंधा भी पिचका होता है।  वह भी मजबूत नहीं होता है।  इसलिए हर बार उनका निशाना चूक जाता है।  कभी बम फोड़ने की बात करते है लेकिन लेकिन छोटे पटाखे भी नहीं फूटते है।  कभी ईडी (ED) – सीबीआई (CBI) की बात करते है लेकिन वहां से भी कुछ नहीं मिलता है।  किराये पर राजनीतिक दलों का हाथ पकड़ कर हमारा विरोध किया जाता है. शिवसेना (Shiv sena) एक हाथी है।  हाथी चलती रहती है।  फिर पीछे कौन भोंक रहा है इस पर ध्यान देने की जरुरत नहीं है।
जो हम पर पीछे से वार करने आते है वे मर्द की तरह सामने से आये।  दूसरे के कंधे और बंदूक से हमला नहीं करे।  हम आपसे घबराते नहीं है।


मुंबई के मेहनतकश हमेशा शिवसेना के साथ

उन्होंने राज्य में चल रहे एसटी कामगारों के हड़ताल (ST Workers Strike) पर कहा कि एसटी कर्मचारियों की हड़ताल से जो हालत बने है वह आपको मालूम है।  आश्चर्य है कि जिन्होंने हमेशा कामगारों के पसीने और श्रम का तिरस्कार किया वे आज कामगारों के मुद्दों पर मुंबई (Mumbai) की सड़क पर उतर रहे है।  मुंबई के मेहनतकशों के साथ हमेशा शिवसेना रही है।  उनको भड़काने का कोई भी प्रयास सफल नहीं होगा।  शरद पवार भी इस पर ध्यान दे रहे है।  राज ठाकरे (Raj Thackeray) भी इसमें प्रयास करना चाहते है तो उनका स्वागत है।
उन्होंने कहा कि एसटी कामगारों की समस्या फडणवीस के मुख्यमंत्री रहने के समय से उफान पर है।  सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।  विलय के मुद्दे पर मामला फंसा है।  अनिल परब (Anil Parab) ने कई मांगे मान ली है।  लेकिन राज्य के विरोधी दल महाराष्ट्र में अशांति पैदा करनी है।

 

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