क्या इस बार शिवराज पर दांव नहीं लगाएगी भाजपा?

भोपाल:

क्या मध्यप्रदेश में इस बार के विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होंगे? यह सवाल अब पूछा जाने लगा है। इस चर्चा को हवा देने वाला कोई और नहीं खुद सीएम शिवराज सिंह हैं। दरअसल आनंद संस्थान के एक कार्यक्रम में अपने भाषण के अंत मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दुनिया में कुछ भी स्थायी नहीं है और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कोई भी बैठ सकता है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज के बयान पर कहा यह हकीकत उनकी समझ में आने लगी है। अभी चुनावों में वक्त है लेकिन शिवराज सिंह अभी से हताश होने लगे है।

शिव का पलटवार
वहीं शिवराज सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि कुछ नेता प्रदेश में सिर्फ़ चुनाव के समय दिखते है, बाक़ी समय अपने तुग़लकी महलों में बिताते हैं। उनको लगता है कि आम आदमी को क्या पता चलेगा। एक फ़िल्म में मैंने सुना था, “नेवर अंडरेस्टिमेट द पावर ऑफ कॉमन मैन।” जनता को पता है कि कौन उनके साथ हमेशा रहा है, और हमेशा रहेगा।

नाराज हैं मोदी!
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में इस साल नवंबर में विधानसभा के चुनाव होंगे. कांग्रेस पूरी कोशिश में जुटी है कि डेढ़ दशक से सत्ता पर काबिज भाजपा को हटाया जाए। इसके अलावा भाजपा में भी अंदरूनी तौर पर मतभेद सामने आने लगे हैं। यह भी कहा जाता रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिवराज सिंह के कामकाज से खुश नहीं हैं। हालांकि इन बातों में कितनी सच्चाई है और शिवराज सिंह के भाषण का क्या अर्थ है इसका पता तो वक़्त आने पर ही चलेगा।