राज्य की शुगर फैक्टरियों द्वारा साढ़े 13 करोड़ लीटर इथेनॉल की सप्लाई 

पुणे : समाचार ऑनलाईन – राज्य की सहकारी व प्राइवेट शुगर फैक्टरियों द्वारा साढ़े 13ा करोड़ लीटर इथेनॉल की सप्लाई की गई है। जिसमें साढ़े सात करोड़ लीटर इथेनॉल सहकारी शुगर फैक्टरियों द्वारा तैयार किया गया है। गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश, गोवा व कर्नाटक राज्यों को इथेनॉल की सप्लाई की गई है।
वर्ष 2030 तक पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनॉल के मिश्रण का लक्ष्य केन्द्र सरकार द्वारा तय किया गया है। गन्ने के रस से तैयार होने वाले मोलॉरिस से नहीं बल्कि गन्ने के रस, खराब अनाज, सडे आलू, मक्का तथा अधिक मात्रा में उत्पादित अनाज से इथेनॉल बनाया जाएगा।

देश की ऑयल कंपनियों ने शुगर फैक्ट्रीज व इथेनॉल बनाने वाली यूनिट से 237 करोड़ लीटर इथेनॉल की सप्लाई करने का एग्रीमेंट किया है। कोल्हापुर स्थित तात्यासाहेब कोरे वारणा सहकारी फैक्टरी द्वारा गन्ने के रस से इथेनॉल बनाने की शुरुआत की गई है। राज्य का यह पहला ही प्रयोग होने से शुगर इंडस्ट्रीज का इस पर ध्यान लगा हुआ है।
खंडोबा डिस्टीलरीज, गंगाभाई इंडस्ट्रीज व पद्मश्री विखे-पाटिल सहकारी शुगर फैक्टरी सबसे अधिक इथेनॉल सप्लाई करने वाली राज्य की फैक्टरियां हैं।