किसान पिता नहीं उठा पा रहा था पढ़ाई का भार; बेटी ने लगा ली फांसी

सोलापुर। पुणे समाचार 

घर पर बढ़ते जा रहे कर्ज के भार के चलते पिता को पढ़ाई का खर्चा पूरा करने के तनाव व भार तले दबा देख कर एक छात्रा ने फांसी लगा कर अपनी जीवनलीला ही समाप्त कर ली। पंढरपुर की इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। अनिशा हनुमंत लवटे (17) निवासी ईश्वरवठार, पंढरपूर, सोलापुर ऐसा मृतका का नाम है।

आत्महत्या करने से पहले अनिशा ने सुसाइड नोट लिखकर छोड़ा था, जो पुलिस को मिल गया है। उसने नोट में लिखा है कि, उसके पिता उसकी पढ़ाई का खर्चा नहीं उठा पा रहे हैं। उसके चले जाने के बाद उसके पिता उसके भाई- बहन को अच्छी शिक्षा दे सकेंगे। उसकी आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेदार न ठहराने की बात भी इसमें लिखी गई है।

पंढरपुर के हनुमंत काशिनाथ लवटे की दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी सांगोला के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ रही है और अनिशा पॉलिटेक्निकल कॉलेज में डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिकच्या के द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही थी। उसकी पढ़ाई का खर्च पूरा करने में पिता पर बढ़ते तनाव और भार उससे देखा नहीं जा रहा था। इसी के चलते उसने आत्महत्या जैसा कड़ा कदम उठाये जाने की जानकारी सामने आई है।

लवटे की ईश्वर वठार नामक गाँव मे एक एकड़ खेती है, जिससे उनके परिवार का भरण- पोषण होता है। लगातार दो साल से अकाल और उसके बाद हुई ओलावृष्टि से उनके अंगूर की खेती तबाह हो गई। इससे उनपर कर्ज का भार बढ़ता जा रहा था। इसके बावजूद लवटे अपने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दे रहे थे। दोनों बेटियों के साथ ही छोटा बेटा भी वारणा में पढ रहा है। पहले से ही कर्ज का भार ऊपर से पढ़ाई के ख़र्च का भार से लवटे परिवार कर्ज से तरबतर था।

उसी में अनिशा के फीस का प्रबंध नहीं हो पा रहा था। इसके चलते उसका कॉलेज जाना दूर होता जा रहा था। पिता की यह हालत उससे नहीं देखी गई। उसके जाने से कम से कम पिता पर का भार कुछ तो कम होगा और वे उसके भाई- बहन की पढ़ाई पूरी करा सकेंगे। यही सोच कर उसने घर में साड़ी से फंदा बनाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। उसका दिल को छू लेनेवाला सुसाइड नोट मिल गया है, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार न ठहराने की बात लिखी है।