‘झूठ’ बोलने के ‘ये’ है 5 बड़े ‘नुकसान’

पुणे : समाचार ऑनलाइन – महात्मा गांधी ने कहा था कभी झूठ मत बोलो। इसके बावजूद हम झूठ से परहेज़ नहीं करते क्योंकि कहीं न कहीं यह हम इंसानों के डीएनए का हिस्सा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंसानों में झूठ बोलने की प्रतिभा नई नहीं है। शोध बताती हैं कि भाषा की उत्पत्ति के कुछ वक्त बाद ही झूठ बोलना हमारे व्यवहार का हिस्सा बन गया। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि झूठ बोलने की आदत न केवल नैतिक तौर पर आपका पतन करती है बल्कि मानसिक और शारीरिक सेहत के लिए भी नुकसानदायक हो सकती है।
झूठ बोलने के ये नुकसान –

1. झूठ बोलने से मानसिक और शारीरिक सेहत के लिए भी नुकसानदायक हो सकती है।

2. झूठ अधिक बोलते हैं उन्हें तनाव और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

3.  डेलीमेल वेबसाइट पर प्रकाशित शोध की मानें तो ज्यादा झूठ बोलने से गला खराब होने या सिरदर्द जैसी शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं।

4. झूठ बोलने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है।

5. एक शोध के मुताबिक, झूठ बोलने से इंसान की मृत्यु जल्दी हो जाती है।

एक रिचार्ज के मुताबिक, अमूमन लोग ‌एक दिन में एक या दो बार झूठ बोलते हैं जबकि हफ्ते बर में 10 से 11 बार झूठ बोलते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, औसतन तीन बार झूठ बोलने पर चार तरह की मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकती है और तीन तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता। शोध में ये भी पाया गया है कि जो लोग कम झूठ बोलते हैं या नहीं बोलते हैं, वे अपेक्षाकृत अधिक स्वस्थ रहते हैं और ज्यादा जीते हैं।