बेंगलुरु.ऑनलाइन टीम : कर्नाटक विधान परिषद में मंगलवार सुबह जो कुछ भी हुआ वह लोकतंत्र को कलंकित करने वाला है। विधान परिषद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है, लेकिन इस घटना को जनता के दिलोदिमाग से हटाना आसान नहीं होगा।
मंगलवार को सुबह-सुबह कार्यवाही शुरू होते ही भारी हंगामा हुआ। हाथापाई का अजब आलम देखने को मिला। कांग्रेस एमएलसी ने जबरन विधान परिषद सभापति को उनकी कुर्सी से खींचकर हटा दिया। इनका आरोप था कि बीजेपी और जेडीएस ने मिलकर अवैध तरीकों से अध्यक्ष को कुर्सी पर बैठाया है। उन्होंने कांग्रेस ने सभापति से हटने को कहा। कांग्रेस एमएलसी प्रकाश राठौड ने कहा, ‘जब सदन नहीं चल रहा था उस समय बीजेपी और जेडीएस ने अवैधानिक तरीकों से सभापति को कुर्सी पर बैठाया। दुर्भाग्य से बीजेपी ऐसे असंवैधानिक काम कर रही है। चूंकि वह अवैध रूप से कुर्सी पर बैठे थे, इसलिए हमें उन्हें वहां से हटाना पड़ा।’
#WATCH Karnataka: Congress MLCs in Karnataka Assembly forcefully remove the chairman of the legislative council pic.twitter.com/XiefiNOgmq
— ANI (@ANI) December 15, 2020
कर्नाटक बीजेपी एमएलसी लहर सिंह सिरोइया ने इसे शर्मनाक करार देते हुए कहा कि हमने परिषद के इतिहास में ऐसा शर्मनाक दिन कभी नहीं देखा। मुझे शर्म आ रही है कि जनता हमारे बारे में क्या सोच रही होगी। कुछ एमएलसी गुंडों की तरह बर्ताव कर रहे थे। उन्होंने विधानसभा परिषद सभापति को जबरन कुर्सी से हटा दिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। जनता उनके इस कृत्य के लिए कभी माफ नहीं करेगी। बहरहाल इस मामले ने राजनीतिक भूचाल ला दिया है। दक्षिण में पैर जमा रही भाजपा के लिए यह बड़ी चुनौती है।