एनएचआरसी ने केंद्र, राज्यों को सार्वभौमिक कोविड डैशबोर्ड स्थापित करने को कहा

नई दिल्ली, 11 मई (आईएएनएस)। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने मंगलवार को कहा कि देश द्वारा उग्र महामारी की दूसरी लहर के बीच आवश्यक प्रतिक्रिया को पूरा करने के लिए केंद्र और राज्यों को अपने कृत्यों को एक साथ रखने की आवश्यकता है। सार्वभौमिक रूप से कार्यात्मक कोविड -19 डैशबोर्ड स्थापित करना होगा।

डैशबोर्ड अस्पताल के बेड, ऑक्सीजन, महत्वपूर्ण देखभाल दवाओं और उपकरणों की उपलब्धता पर सार्वजनिक डोमेन में वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करने में मदद करेगा।

आयोग ने 24 इंटू 7 कार्यात्मक टोल-फ्री हेल्प लाइन स्थापित करने और कोविड उपचार संसाधनों की कीमतें तय करने के लिए भी कहा है।

आयोग ने 4 मई को जारी अपने 2.0 कोविड सलाहकार के माध्यम से केंद्र और राज्यों को सिफारिश की है कि उन्हें उन होडिर्ंग और ब्लैक-मार्केटिंग आवश्यक दवाओं, ऑक्सीजन सिलेंडर और महत्वपूर्ण देखभाल उपकरणों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता है।

साथ ही उन्हें आवश्यक संसाधनों के उत्पादन, परिवहन और वितरण में तेजी लाने के लिए भी कहा है।

आयोग ने बाद में अपने सलाहकार 2.0 में निहित सिफारिशों पर चार सप्ताह के भीतर कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी, जिसे पहले ही महासचिव, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को महासचिव ने भेजा था।

2.0 सलाहकारों में कुछ महत्वपूर्ण सिफारिशों में किसी भी कोविड -19 रोगी का मुफ्त इलाज शामिल है जो किसी भी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा के लिए संपर्क करता है और प्रारंभिक जांच के लिए सभी सार्वजनिक और निजी अस्पतालों में प्रभावी हेल्पडेस्क की स्थापना करता है।

देश की सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में कोविड वैक्सीन का सार्वभौमिक कवरेज और गैर-भेदभावपूर्ण मूल्य निर्धारण होना चाहिए और यदि संभव हो तो, निजी या सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिष्ठान के सभी के लिए नि: शुल्क टीकाकरण किया जाना चाहिए, कोविड -19 और समय पर पर्याप्त टेस्ट सुविधाओं के साथ रिपोर्ट, सलाहकार का उल्लेख है।

–आईएएनएस

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