संबंधित विषयों और धाराओं ने गंभीर रूप से चीन के राष्ट्रीय हितों को बर्बाद किया है और चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप भी किया है। एनपीसी इसकी कड़ी निंदा और विरोध करती है।
बयान में यह कहा गया है कि केंद्र सरकार और पूरे देश की जनता के समर्थन से तिब्बत की विभिन्न जातीय जनता की कोशिश से तिब्बत के आर्थिक व सामाजिक विकास में बड़ी सफलता मिली है। जनता का जीवन स्तर व्यापक हद तक उन्नत हुआ है। पारिस्थितिक सभ्यता का निर्माण निरंतर रूप से मजबूत हो रहा है। शिक्षा, संस्कृति व स्वास्थ्य आदि कार्यो में बड़ा विकास हुआ है लेकिन अमेरिकी संसद के कुछ राजनीतिज्ञों ने वास्तविकता की उपेक्षा कर चीन को बदनाम किया। इससे जाहिर हुआ है कि अमेरिका तिब्बत मामले के बहाने से चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने के साथ-साथ चीन के विकास को बाधित करना चाहता है।
(साभार – चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
— आईएएनएस