हमलावरों पर आईपीसी के तहत हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है।
50 वर्षीय डॉक्टर दीपक गंभीर रूप से घायल हो गये और वर्तमान में उसका इलाज शिवमोग्गा में चल रहा है।
दीपक छह वर्षीय भुवन का डेंगू का इलाज तारिकेरे स्थित बसवेश्वरा पॉलीक्लिनिक में कर रहे थे। पुलिस ने कहा, हालांकि, कुछ समय बाद बच्चे की दिक्कते बढ़ गई और उसे शिवमोग्गा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
जिसके बाद बच्चे के परिवार ने डॉक्टर को घर जाते हुए उनके साथ मारपीट की।
हमले के बाद कर्नाटक रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने उनसे इस तरह के हमलों से निपटने के लिए एक कानूनी प्रकोष्ठ स्थापित करने की अपील की।
ज्ञापन में कहा गया है, कर्नाटक भर के डॉक्टर सर्वोत्तम स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, यह जानकर दुख होता है कि पिछले 8-10 महीनों में स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले की 12 से अधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं, जबकि किसी का ध्यान नहीं गया और मौखिक दुर्व्यवहार, धमकियों और कर्तव्यों में बाधा की घटनाएं भी सैकड़ों हो सकती हैं।
–आईएएनएस
एचके/एएनएम