तेलंगाना : चुनाव के सही समय, कृषि रियायतों का टीआरएस को मिला लाभ (पुनरावलोकन : 2018)

हैदराबाद, 24 दिसम्बर (आईएएनएस)| तेलंगाना में इस महीने हुए विधानसभा चुनाव में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का भारी बहुमत के साथ सत्ता में बने रह जाना इस बात की तसदीक करता है कि प्रदेश में समय से पहले चुनाव होने और 2018 के घटनाक्रमों का चुनाव के नतीजों पर असर रहा।

विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने के आठ महीने पहले ही टीआरएस सरकार ने छह सितंबर को सदन भंग करने की सिफारिश की थी। राज्यपाल ई. एस. एल. नरसिम्हन ने उसी दिन सरकार की सिफारिश मंजूर कर ली थी।

मुख्यमंत्री और टीआरएस अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव के समय से पहले चुनाव कराने की चाल का उनको काफी फायदा हुआ और उनकी पार्टी ने प्रदेश की 119-सदस्यीय विधानसभा में 88 सीटों पर अपनी जीत का परचम लहराया। कांग्रेस और 36 साल का उसके धुर विरोधी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) समेत चार दलों का गठबंधन टीआरएस के विजय-रथ को रोकने में विफल रहा।

दरअसल, तेलंगाना में विधानसभा चुनाव 2019 में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ ही होना था, लेकिन केसीआर ने समय से पहले चुनाव करवाकर यह सुनिश्चित किया कि उनके द्वारा किया गया विकास व कल्याणकारी कार्य ही चुनाव में मुख्य मुद्दा रहा।

भारी बहुमत से उत्साहित केसीआर ने एलान किया है कि प्रस्तावित संघीय मोर्चा के तहत सभी क्षेत्रीय दलों को एकसाथ लाकर वह राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे।

उन्होंने कहा कि संघीय मोर्चा कांग्रेस और भाजपा दोनों का विकल्प प्रदान करेगा। एक और महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत टीआरएस प्रमुख ने अपने पुत्र के.टी. रामा राव को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर उनको पार्टी की जिम्मेदारी सौंप दी है।

साल की शुरुआत कृषि क्षेत्र के लिए 24 घंटे मुफ्त बिजली की सौगात से हुई। किसानों को ऐसी सुविधा देने वाला तेलंगाना देश का पहला राज्य है।

इसके बाद किसानों के लिए दो प्रमुख परियोजनाएं शुरू की गईं। रायतू बंधु योजना के तहत किसानों को एक एकड़ में दो फसल लगाने के लिए 8,000 रुपये दिए जाते हैं। रायतू बीमा में प्रत्येक किसान को पांच लाख रुपये का बीमा प्रदान किया जाता है।

इसी महीने सरकार ने एलान किया कि चालू वित्त वर्ष में नवंबर तक तेलंगाना में आर्थिक विकास दर 29.97 फीसदी रही। सरकार का दावा है कि देश में किसी प्रदेश की विकास दर इतनी नहीं रही है।

तेलंगाना राज्य बनने के बाद पहले चार वित्त वर्षो के दौरान राज्य में औसत सालाना विकास दर 17.17 फीसदी रही है।

वित्त वर्ष 2017-18 में तेलंगाना का सूचना प्रौद्योगिकी निर्यात 93,422 करोड़ रुपये रहा, जबकि संचयी सालाना विकास दर (सीएजीआर) 15.6 फीसदी रही, जबकि राष्ट्रीय औसत 10.30 फीसदी है।

हैदराबाद मेट्रो रेल का सितंबर में 16 किलोमीटर लंबी अमीरपेट-एलबी नगर लाइन पर परिचालन शुरू हुआ। वहीं, अब 46 किलोमीटर के दायरे में मेट्रो का परिचालन होने लगा है। हैदराबाद मेट्रो दिल्ली के बाद दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क बन गया है।

स्वदेसी होम फर्निश आईकिया ने भारत में अपना पहला स्टोर इसी साल अगस्त में हैदराबाद में खोला, जिसमें 1,000 करोड़ का निवेश किया गया है।