शिअद ने पार्टी को भ्रष्ट और अक्षम कांग्रेस के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभारने के लिए अकाली कार्यकर्ताओं की निडरता से प्रशंसा की।
पार्टी प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने एक बयान जारी कर कहा कि पहली बार अकेले चुनाव लड़ने के बावजूद शिअद प्रमुख विपक्षी दल के रूप में उभरा है और राज्य में आम आदमी पार्टी (आप) का पूरी तरह से सफाया हो गया है।
उन्होंने कहा कि शिअद उम्मीदवारों ने राज्य भर में कांग्रेस को कड़ी टक्कर दी और लगभग सभी सीटों पर कांग्रेस और शिअद के बीच सीधा मुकाबला था।
उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में शिअद का वोट शेयर भी बढ़ा है। आप ने नगर निगमों के लिए चुनाव में नंबर चार का स्थान हासिल किया है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस की जीत में सिविल मशीनरी और पंजाब पुलिस के साथ-साथ राज्य चुनाव आयोग से भी समान मदद मिली है।
पूरी चुनाव प्रक्रिया को नामांकन प्रक्रिया बनाने के प्रयास में अन्य दलों के साथ-साथ शिअद उम्मीदवारों के 500 से अधिक नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए। चुनाव आयोग को बर्खास्त करने के लिए यह काफी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आतंक, धमकी, हिंसा और हत्या के एक व्यवस्थित अभियान को शुरू किया। कांग्रेस ने स्पष्ट बहुमत से सात में से छह नगर निगम चुनाव जीते और सातवें में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। कांग्रेस ने राज्य में नगरपालिका परिषदों में 1,815 वाडरें में से 1,199 जीते। शहरी स्थानीय निकाय के चुनाव परिणामों ने पंजाब में भाजपा के लिए नुकसान की पुष्टि की है।
–आईएएनएस
एसआरएस/एएनएम