नगरविकास विभाग ने दिए आदेश
पिंपरी : पीसीएमसी (पिंपरी चिंचवड़ मनपा) के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के जुनियर से लेकर शहर इंजीनियर को दिए प्रमोशन में बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है। इस बारे में राज्य सरकार के नगरविकास विभाग ने सिविल इंजीनियरों की सेवा वरिष्ठता सूची तैयार करने के आदेश आयुक्त श्रावण हर्डीकर को दिए है। इसके अनुसार प्रशासकीय विभाग द्वारा डिप्लोमा और स्नातक डिग्रीधारकों की सूची बनाई जा रही है। इसके चलते शहर अभियंता, सहशहर अभियंता, कार्यकारी अभियंता, उपअभियंता, कनिष्ठ अभियंता को दिए गए प्रमोशन में बदलाव होने के आसार तेज नजर आ रहे हैं।
पीसीएमसी के प्रशासकीय विभाग ने सिविल इंजीनियर विभाग के कनिष्ट अभियंता से लेकर शहर अभियंता तक के पदों पर प्रमोशन देते वक्त सेवा वरिष्ठता को नजर अंदाज किया गया था। इसके कारण सिविल इंजीनियर विभाग के कई डिप्लोमा धारक इंजीनियर प्रमोशन से वंचित रहे थे। इसके चलते उन्होंने प्रमोशन पर आपत्ति जताई थी, लेकिन प्रशासकीय अधिकारियों ने 13 सालों तक इसके तरफ ध्यान नहीं दिया। इस बारे में राज्य के नगरविकास विभाग के पास शिकायत की गई। इस पर नगरविकास विभाग ने सिविल इंजीनियरों की सेवा वरिष्ठता के अनुसार सूची तैयार करने का आदेश आयुक्त को दिया है। इस आदेश के अनुसार कनिष्ट अभियंता से लेकर शहर अभियंता तक के पदों के प्रमोशन की एकत्रित सूची तैयार की जा रही है।
इस सूची के अनुसार ही प्रमोशन देने के आदेश नगरविकास विभाग के कक्ष अधिकारी दिलीप वणिरे ने दिए हैं। स्थापत्य विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं को 1 दिसंबर 2016 को उप अभियंता पद पर प्रमोशन दिया गया था। इसमें से संदेश खडतरे, सुनील अहिरे, चंद्रकांत मुठाल, शशिकांत दवंडे, विजयसिंह भोसले, महेश बरिद्रे, मोहन खोंद्रे, संजय साली, सुभाष काले, सुनील शिंदे, सुर्यकांत मोहिते के प्रमोशन को सरकार ने रोक लगाई है। इसके कारण संबंधित 14 इंजीनियरों का प्रमोशन लटका है। इसके अलावा शहर इंजीनियर अंबादास चव्हाण, सहशहर इंजीनियर राजन पाटिल, कार्यकारी इंजीनियर मनोज सेठिया, प्रमोंद ओंबासे, सतीश इंगले, प्रविण लडकत, रामचंद्र जुंधारे का प्रमोशन भी खतरे में आया है। वहीं सह शहर अभियंता रविंद्र दुधेकर, कार्यकारी अभियंता संजय कांबले, जीवन गायकवाड़ को प्रमोशन मिलने की संभावना है।