सत्ता में आए तो आईआईटी-गोवा प्रदर्शनकारियों पर दर्ज मामले वापस लेंगे : कांग्रेस

पणजी, 11 जनवरी (आईएएनएस)। अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई तो वह गोवा में आईआईटी परिसर परियोजना के खिलाफ आंदोलन कर रहे 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर वापस ले लेगी। पार्टी प्रवक्ता विजय भीके ने सोमवार को यह बात कही।

भीके ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि गोवा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को मेलाउलिम आईआईटी-गोवा परिसर के लिए प्रस्तावित साइट को छोड़ देना चाहिए।

उन्होंने कहा, जब हम सत्ता में आएंगे तो हम मेलाउलिम में लोगों के खिलाफ दायर इन मामलों को वापस ले लेंगे।

कांग्रेस नेता ने कहा, हम भी यह चाहते हैं कि गोवा में आईआईटी आए, लेकिन यह लोगों के जीवन और आजीविका को नष्ट करने की कीमत और जंगलों के विनाश की लागत पर नहीं आनी चाहिए।

आगामी आईआईटी-गोवा परियोजना के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले उत्तरी गोवा के मेलाउलिम गांव के 100 से अधिक ग्रामीणों के साथ ही विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है, उनमें से कई पर हत्या के प्रयास का भी आरोप है।

जब से 2014 में केंद्र सरकार द्वारा एक आईआईटी गोवा को आवंटित की गई थी, तभी से दक्षिणी गोवा के फामार्गुडी गांव स्थित गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज के अस्थायी परिसर से ही इसका संचालन किया जा रहा है।

राज्य सरकार द्वारा आईआईटी के लिए एक स्थायी परिसर स्थापित करने के लिए इससे पहले पहचाने गए दो स्थलों कैनाकोना और संगुम उप जिलों में स्थानीय निवासियों का विरोध देखने को मिला है।

दरअसल, ग्रामीण इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उनका कहना है कि इस परियोजना में उनकी कीमती जमीन छीन ली जाएगी।

मेलाउलिम के ग्रामीण जो ज्यादातर अनुसूचित जनजाति से संबंध रखते हैं, उनका दावा है कि आईआईटी परियोजना के लिए उनसे उनकी जमीन छीनी जा रही है।

–आईएएनएस

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