सूखे की दहलीज़ पर खड़ा बिहार, 48 फीसदी कम हुई बारिश

पटना | समाचार ऑनलाइन

एक तरफ जहां देश के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं, वहीं बिहार में अनुमान से कम बारिश हुई है। राज्य इस वक़्त सूखे की दहलीज़ पर आकर खड़ा हो गया है, इस बार यहाँ 48 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। इस बीच, केंद्रीय मंत्री राम कृपाल यादव ने कहा है कि राज्य के हालात  बहुत गंभीर हैं, अगर ऐसा चलता रहा तो पीने का पानी भी नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि पानी का स्तर काफी नीचे चला गया है, जिस वजह से खेतों में बुआई नहीं हो पा रही है। अभी तक सिर्फ 19 प्रतिशत धान बोया गया है। उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि 31 जुलाई के बाद तय होगा बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करना है या नहीं।

बिगड़ रही स्थिति

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को इस बारे में चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में उन्होंने अपने क्षेत्र पाटलिपुत्र में सूखे से निपटने के लिए कदम उठाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार को मिलकर कुछ करना होगा। वहीं, राज्य के हाल पर प्रतिक्रिया जताते हुए औरंगाबाद से भाजपा सांसद सुशील कुमार ने कहा कि 11 महीने हो गए है और ठीक से बारिश नहीं हुई है। स्थिति बहुत गंभीर होती जा रही है।

किसानों को दी राहत

सूखे की आशंका के बीच, किसानों की मुश्किल हालत को देखते हुए राज्य सरकार ने उन्हें डीजल पर प्रति लीटर 50 रुपए की सब्सिडी देने का ऐलान किया है। पिछले साल डीजल पर मिलने वाली सब्सिडी को 35 से बढ़ाकर इस साल की शुरुआत में 40 रुपए किया गया था और अब इसमें 10 रुपए का इजाफा करके सीधे 50 रुपए कर दिया गया है। ये पैसा सीधे किसानों के बैंक खाते में डाला जाएगा।