चाकण हिंसा नहीं दोहराई जाए इसलिए आंदोलनकारियों में मिली अंदरुनी चेतावनी

समाचार ऑनलाइन

मराठा आरक्षण को लेकर पिछले कुछ दिनों से राज्य में चल रहे आंदोलन के चलते काफी हिंसा देखने को मिली है, चाकण हिंसा की चपेट में पुलिस भी आ गई थी, चाकण हिंसा न दोहरायी जाए, इसलिए आंदोलनकारियों को पुलिस प्रशासन से प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने की गुपचुप चेतावनी दी गई है। आंदोलनकारियों को इशारा दे दिया गया है कि शांति से मोर्चा करने में ही सभी की भलाई है। पुणे शहर में पुलिस का काफी कड़ा बंदोबस्त गुरुवार रखा गया है।

पुलिस का बड़ा जस्ता होगा तैनात 

शहर के 90 सेनसिटिव जगहों पर पुलिस का कड़ा बंदोबस्त तैनात किया जाएगा। सुबह 11 बजे जिलाधिकारी कार्यालय में धरना प्रदर्शन आंदोलन किया जाएगा और साथ ही तहसील कार्यालय में भी धरना आंदोलन किया जाएगा। इस आंदोलन की पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए 7000 पुलिस को सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किया गया जाएगा। जिसमें 10 डीसीपी, 4 एडिशनल पुलिस कमिश्नर, 15 एसीपी, 123 पुलिस निरीक्षक, 200 सहायक पुलिस निरीक्षक और पुलिस उप निरीक्षक, 6000 पुलिस कर्मचारी को तैनात किया जाएगा। साथ ही कुछ पुलिस को बंदोबस्त के लिए रिजर्व रखा गया है। एसआरपीएफ की तीन कंपनी भी बंदोबस्त में तैनात रहेगी।  दो क्युआरटी, वज्र, दो राइट कंट्रोल, वरुण, लिमा आदि भी बंदोबस्त के लिए शामिल किए गए हैं।

अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील

नागरिकों से अपील की गई है कि आंदोलन को लेकर किसी भी तरह की अफवाह पर भरोसा नहीं करे। नागरिकों को अगर किसी भी तरह की दिक्कत आती है तो वे सीधे कंट्रोल नंबर पर फोन करके संपर्क कर सकते हैं और अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन या चौकी में संपर्क कर सकते हैं। सोशल मीडिया में वायरल होनेवाले मैसेज पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं रखे। अगर किसी तरह की अनहोनी और अनुचित घटना के बारे में पता चलता है तो तुरंत पुलिस को संपर्क करे। ऐसी जानकारी पुणे पुलिस कमिश्नर के डॉ. के. व्यंकटेशम ने दी।