सरकार का नया प्लान! अब छोटे शहर और गांवों में भी होगा हार्ट अटैक का इलाज

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – हार्ट अटैक आना किसी भी व्यक्ति के लिए बेहद खरतनाक होता है। इसमें व्यक्ति के पास बहुत कम समय रहता है। इस दौरान अगर उनका इलाज न हो पाए तो संबंधित व्यक्ति की जान तक चली जाती है। सरकार अब इस पर नया प्लान सोच रही है। जिसके मुताबिक अब छोटे शहरों और गांवों में भी मरीज की जान बचाई जा सकेगी। सरकार ने कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर यानी सीएचसी और जिला अस्पताल में हार्ट अटैक के मरीजों को थ्रंबोलाइसिस थेरेपी देने की तैयारी कर ली है |

कम्यूनिटी सेंटर और जिला अस्पताल में थ्रंबोलाइसिस थेरेपी की सुविधा मिलेगी। थ्रंबोलाइसिस थेरेपी, खून के थक्के को पिघला देती है। थ्रंबोलाइसिस थेरेपी के 20 से 24 घंटे में इलाज नहीं मिलने पर मरीजों की मौत हो जाती है। रिपोर्ट के अनुसार, थ्रंबोलाइसिस थेरेपी न मिलने से सालाना 28 लाख मरीजों की मौत होती है। जानकारों के मुताबिक, इस थेरेपी के बाद एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी कराना संभव होता है।

तमिलनाडु और गोवा में सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इस योजना की शुरुआत की थी जो सफल रही है। 2 माह में सभी राज्यों तक तकनीक पहुंचाने की कोशिश की जायेगी। सरकार की कैथ लैब बनाने की भी योजना है। 1 लैब पर साढ़े 3 से 4 करोड़ रुपये का खर्च होगे।