पुणे के दंगे में मारे गए मोहसिन के परिवार को तीन साल बाद सरकारी मदद घोषित

केंद्र व राज्य सरकार मिलकर देंगे 10 लाख

पुणे। पुणे समाचार
फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट से हुए दंगों में मारे गए पुणे के सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोहसिन सादिक शेख के परिवार की सरकार ने तीन साल बाद क्यों न हो सुध ले ही ली। मोहसिन के परिवार को 10 लाख रुपए की सरकारी मदद घोषित की गई है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार दोनों पांच- पांच लाख रुपए देंगी। महाराष्ट्र राज्य सरकार ने इस बारे में अध्यादेश जारी किया है।

मई 2014 में फेसबुक पर छत्रपति शिवाजी महाराज और शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के बारे में आपत्तिजनक पोस्ट से पूरे महाराष्ट्र में तनाव की स्थिति बनी रही। इसी तनाव के चलते 2 जून को पुणे के हड़पसर में हिंसा फैली, जिसमें लोगों की भीड़ ने नौकरी से घर लौट रहे सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोहसिन शेख पर हमला कर दिया। वह अपनी जान बचाने के लिए भागा मगर भीड़ ने उसे दबोच कर हमला किया। इसमें मोहसिन की मौत हो गई।

देशभर में इस हत्या की कड़ी निंदा की गई खासकर सोशल मीडिया ने इस मामले पर सरकार को जमकर लताड़ लगाई थी। इस मामले की छानबीन के दौरान पुणे पुलिस ने हिन्दू राष्ट्र सेना के अध्यक्ष धनंजय देसाई समेत 20 लोगों को गिरफ्तार किया है। अभी अदालत में इस मामले की सुनवाई जारी है। यह मामला तब एक बार और चर्चा में आया जब तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने मामले की सुनवाई के लिए जाने-माने विशेष सरकारी वकील उज्वल निकम की नियुक्ति की थी, मगर बाद में वे इस मुकदमे से खुद पीछे हट गए।

इन दंगों में मोहसिन को बेवजह अपनी जान गंवानी पड़ी। इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए मोहसिन को न्याय देने, आरोपियों को कड़ी सजा देने और मोहसिन के परिवार को मदद देने की मांग जोर पकड़ने लगी। इसके अनुसार पुणे के जिलाधिकारी की समिति ने कार्यवाही पूरी कर सरकारी मदद को सिफारिश की थी। आखिरकार घटना के तीन सालों बाद मोहसिन के परिवार को सरकारी मदद देने की सुध ली गई। राज्य सरकार ने इसका एक अध्यादेश जारी किया है, जिसमें मोहसिन के परिवार को दस लाख रुपए की मदद देंने की घोषणा की गई है।