नई दिल्ली : समाचार ऑनलाईन – गुरुवार को नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का शपथ ग्रहण कार्यक्रम कई वजहों से चर्चा में बना हुआ है। इसके कई कारण बताये जा रहे हैं। जिनमें से सोनिया, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल का इसमें शामिल होना, शरद पवार का न आना और करीब देश-विदेश के 8000 मेहमानों को न्यौता। लेकिन इन सबके बीच एक और वजह है जिसे लेकर यह शपथ ग्रहण समारोह समारोह चर्चा के केंद्र में है। बताया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस शपथ ग्रहण समारोह में अपने परिवार को ही न्यौता नहीं भेजा था। वैसे परिजनों को इस पर कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन लोग तो सवाल उठा ही रहे हैं। इन सवालों पर नरेंद्र मोदी की बहन बसंती ने कहा कि उनका जीवन राष्ट्र को समर्पित है।
सीएम थे तब भी परिवार को दूर रखा
मोदी का यह व्यवहार आज का कोई नया नहीं है। जब वे गुजरात में करीब डेढ़ दशक तक सत्ता में रह तभी परिवार को सरकारी आयोजनों और उसके लाभ से हमेशा दूर ही रखा। सीएम आवास की ही तरह पीएम आवास में भी मोदी हमेशा अकेले ही रहते हैं।
वैसे पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में उनकी मां हीराबेन कुछ दिनों तक प्रधानमंत्री आवास पर रूकी थी। बाद में खुद पीएम मोदी ने इस बात का खुलासा किया था कि उनकी व्यस्तता की वजह से उनकी मां को यहां मन नहीं लग रहा है। वैसे पीएम मोदी जब अपने गृह स्टेट गुजरात जाते हैं तो अपने परिवार के लोगों से जरूर मिलते हैं।
तीन भाई और एक बहन हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफी भरा पूरा परिवार है। उनके तीन भाई है। एक बड़ा भाई वृद्धाश्रम चलाते हैं। दूसरा बड़ा भाई एक निजी कंपनी में फिटर है जबकि तीसरे भाई की गल्ले की दुकान है। बहन का अपना भरा पूरा परिवार है।
पीएम मोदी को अपने भाइयों के बेटे-बेटियों से काफी लगाव है। उनकी बहन बसंती हर रक्षा बंधन में उन्हें राखी बांधती है। वे बड़े मौकों पर अक्सर गुजरात जाते हैं।