सनातन का साधक और हिन्दू जनजागृति समिति से जुड़ा है ‘भाईसाहब’

पत्रकार गौरी लंकेश हत्या का पिंपरी चिंचवड़ कनेक्शन

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

पुणे से सटी पिंपरी चिंचवड़ की उद्योगनगरी शनिवार को तब देशभर के मीडिया की सुर्खियों में छाई जब लंकेश मैगजीन की सम्पादक गौरी लंकेश की हत्या का इस शहर से कनेक्शन पाया गया। इस हत्या के मामले की जांच के लिए गठित एसआइटी ने हालिया जिन चार लोगों को हिरासत में लिया है उनमें एक आरोपी पिंपरी चिंचवड़ शहर के चिंचवड़ इलाके का रहवासी है। अमोल उर्फ भाईसाहब अरविंद काले (39) ऐसा इस आरोपी का नाम है जो सनातन का साधक है और हिंदू जनजागृति समिति से भी जुड़े रहने की जानकारी सामने आई है।

अमोल काले बीते 15 सालों से चिंचवड़ लिंक रोड पर माणिक कालोनी के अक्षय प्लाजा नामक सोसायटी में अपने परिवार के साथ रहता है। उसके परिवार में बूढ़ी मां, पत्नी और चार साल का बेटा है। चार- पांच माह पूर्व उसके पिता का देहांत हो गया है। जब पुणे समाचार संवाददाता उसके घर पहुंचा तो अमोल की पत्नी ने दरवाजा खोलकर परिचय पूछने के साथ ही सॉरी भर कहा और दरवाजा बंद कर दिया। इसके बाद उसके पास- पड़ोसियों से बातचीत कर काले और उसके परिवार के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की गई। उसमें काले और उसकी पत्नी दोनों के सनातन के साधक रहने की जानकारी सामने आई। इसके साथ ही अमोल के हिन्दू जनजागृति समिति से भी जुड़े रहने की बात पता चली।

अमोल और उसका परिवार शांत स्वभाववाले परिवार के तौर पर पहचाना जाता है। उनका सोसायटी में किसी से ज्यादा या कोई खास मेलजोल न था। अमोल तो यहां कभी- कभार ही आता और सप्ताह- 10 दिन से ज्यादा नहीं ठहरता। उसकी सोसायटी में सनातन और हिंदू जनजागृती समिति के प्रचार- प्रसार करने वाली गाड़ियां, मोबाइल लाइब्रेरी भी नजर आती। काले परिवार खासकर अमोल का बर्ताव कुछ संदिग्ध ही जान पड़ता। वह क्या नौकरी या व्यवसाय करता है, उसके परिवार का गुजारा कैसे होता है? इस बारे में कोई कुछ नहीं जानता। उसके गिरफ्तारी की खबर भी पड़ोसियों को तब लगी जब कर्नाटक और महाराष्ट्र पुलिस की अलग- अलग टीमें यहां पहुंचने लगी। दोनों राज्यों की एटीएस की टीमें भी अमोल के घर पूछताछ आदि के लिए आ चुकी हैं।

गौरतलब हो कि, 21 मई को अमोल उर्फ भाईसाहब और उसके तीन साथियों को कर्नाटक पुलिस ने गोवा- कर्नाटक बॉर्डर पर नाकाबन्दी में असलहों के साथ गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उन्होंने लेखक एस भगवान की हत्या की साजिश रचने की जानकारी मिली। पुलिस कस्टडी में उनका पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या में भी हाथ रहने की अहम जानकारी सामने आने के बाद 31 मई को एसआईटी ने उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया। उन्हें 11 जून तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया है। इन चारों के पास 43 से ज्यादा मोबाइल सिम मिले हैं, साथ ही वे कई तरह की संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं। पुणे पुलिस आयुक्तालय के परिमण्डल 3 के उपायुक्त गणेश शिंदे के अनुसार, पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले से पिंपरी चिंचवड़ का कोई सरोकार नहीं है। बल्कि अवैध रूप से पिस्तौल रखने और हत्या की साजिश रचने के मामले में कर्नाटक से गिरफ्तार आरोपी अमोल काले चिंचवड़ का रहवासी भर है। वह खुद भी ज्यादातर कर्नाटक में ही रहता था।