शरद पवार हिन्दू विरोधी ; उन्हें कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाए, राष्ट्रीय वारकरी परिषद् ने जारी किया प्रेस नोट

मुंबई , 5 फरवरी – शरद पवार के हिन्दू विरोधी होने का चौकाने वाला दावा राष्ट्रीय वारकरी परिषद् ने किया है।  परिषद् की ओर से कहा गया है कि शरद पवार हिन्दू विरोधी है. उन्हें कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाये। इस तरह का प्रेस नोट राष्ट्रीय वारकरी परिषद् ने जारी किया है. शरद पवार के हिन्दू विरोधी होने का गंभीर आरोप परिषद ने लगाया है. परिषद् के प्रेस नोट में कहा गया है कि उन्हें किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाये।

सभी सम्प्रदाय के वारकरी मंडल पंढरपुर में आये हुए थे. सभी ने एक मत से यह निर्णय लिया।  इस दौरान एक महाराज वक्ता ने  प्रेस नोट जारी करके कहा गया कि उन्हें किसी भी वारकरी संप्रदाय के कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाये। कहा गया कि शरद पवार हमेशा हिन्दू के खिलाफ बयान देते है. रामायण का विरोध करते है।  पवार नास्तिकवादी मंडलो को समर्थन देते है. इसलिए अब से शरद पवार को किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाये।

वर्ष 2018 में महाराष्ट्र सरकार का ज्ञानवा तुकाराम पुरस्कार इसी महाराज वक्ता को दिया गया था. इस वक्ता महाराज को हिंदूवादी संगठन का करीबी माने जाते है. मराठवाड़ा, विदर्भ और मुंबई को वारकरियों का गढ़ माना जाता है. ऐसे में इसके दूरगामी परिणाम हो सकते है. विश्व हिन्दू परिषद् और आरएसएस से मिलकर महाराज काम करते है.