नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के कश्मीर के भड़काउ बयान पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। शिवसेना ने उन्हें आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भारत में अनुच्छेद 370 और 35 ए के लिए कोई जगह नहीं। फारूक अब्दुल्ला पाकिस्तान जाकर अनुच्छेद 370 लागू करें।
If Farooq Abdullah wants, he can go to Pakistan and implement Article 370 there. In India, there is no place for Article 370 and 35 A: Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/gEoCmAvBhI
— ANI (@ANI) November 7, 2020
शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘चाहे फारूक अब्दुल्ला हो या महबूबा मुफ्ती या अन्य कोई अगर भारत के संविधान को चुनौती देते हुए चीन की मदद से कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू करना चाहते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार कर 10 साल के लिए अंडमान में भेज देना चाहिए। वे आजाद कैसे घूम रहे हैं?’ गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने 23 अक्टूबर को मीडिया में बयान दिया था कि वह अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए लड़ती रहेंगी और जब तक ऐसा नहीं हो जाता तब तक, वे कोई भी चुनाव नहीं लडूंगी। जब तक हमारा झंडा (कश्मीर का झंडा) वापस नहीं आ जाता, तब तक हम तिरंगे को हाथ में नहीं उठाएंगे। और अब एक साल से भी ज्यादा समय बाद जम्मू में अपनी पहली राजनीतिक रैली में अब्दुल्ला ने कहा कि पूर्ववर्ती राज्य के लोगों का संवैधानिक अधिकार बहाल होने तक वह नहीं मरेंगे।
भाजपा पर अपने एजेंडा को ”देश का एजेंडा” करार दिए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश पार्टी से बड़ा है और ऐसा नहीं सोचें कि भारत अकेले आपका है। अब्दुल्ला ने कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि जम्मू, लद्दाख और कश्मीर को एक दूसरे से अलग कर दिया जाएगा। जम्मू-कश्मीर की भाजपा इकाई पर निशाना साधते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि उनका पुतला फूंकने वालों को याद रखना चाहिए कि वह फारूक अब्दुल्ला ही थे, जिन्होंने जिनेवा में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ भारत को प्रस्तुत किया था और विरोधियों को चुप करा दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं भाजपा से नहीं डरता। मैंने कोई लाठी या पत्थर नहीं ले रखे हैं। उन्हें मेरे सामने आने दीजिए और मेरे सवालों का जवाब देने दीजिए, जो कि वे नहीं करेंगे।