नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के वित्तीय नतीजे चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बेहतर रहने की उम्मीद जताई जा रही है।
एक ब्रोकिंग कंपनी की माने तो अनिश्चितता के माहौल में एसबीआई की आय में प्री-प्रॉविजनिंग ऑपरेटिंग लेवल में स्थिर संचालन प्रदर्शन, राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण समाधानों से रिकवरी और कर्ज लागत सामान्य होने से सुधार हो सकता है।
एसबीआई को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 2,312 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था क्योंकि प्रॉविजनिंग में सालाना स्तर पर 11 फीसदी की कमी आई थी।
मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, एसेट क्वालिटी मर्जर और प्रतिकूल दर के माहौल के कारण विगत कुछ वर्षो के दौरान एसबीआई की आय में कमी आने के बाद अब रिस्क-रिवार्ड अनुकूल हो गया है।
मोतीलाल ओसवाल ने कहा, “सिस्टम में उच्च रेटिंग घटने के कारण संकटग्रस्त समूह में नए नाम जुड़ गए हैं लेकिन एसबीआई के आकार को देखते हुए नए संकट का प्रबंधन किया जा सकता है जोकि कुल ऋण का दो फीसदी है।”
मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि कॉरपोरेट टैक्स की दर 30 फीसदी से घटकर 22 फीसदी होने से भी आय बढ़नी चाहिए।