हालांकि, कड़ी मेहनत के बावजूद जाधव अपनी रोजी-रोटी का भी खर्चा नहीं उठा पा रहे थे और ट्रेनिंग जारी रखने के लिए उन्हें दूसरों से कर्जा लेना पड़ा। सनी के पिता की 2017 में ब्रेन हैमरेज के कारण मौत हो गई थी जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने एक बयान में कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय नेशनल वेलफेयर फंड फॉर स्पोर्ट्सपर्सन के तहत पहलवान जाधव को वित्तीय अनुदान प्रदान दिया गया है।
जाधव ने 2018 में राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में आयोजित अंडर-23 जूनियर नेशनल रेसलिंग चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था। इसके अलावा उन्होंने पिछले साल खेलो इंडिया में 60 किग्रा वर्ग के ग्रीको रोमन वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय नेशनल वेलफेयर फंड फॉर स्पोर्ट्सपर्सन के तहत पहलवान को अपनी ट्रेनिंग जारी रखने और राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भाग लेने के लिए 2.5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।
–आईएएनएस
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