पाकिस्तान पर लगाम लगाने के लिए नौसेना की भी तैयारी चाकचौबंद

 नई दिल्ली, 17 मार्च (आईएएनएस)| पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई के लिए न सिर्फ भारतीय वायुसेना और थल सेना को मुस्तैद किया गया, बल्कि नौसेना के विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य, परमाणु हथियार से लैस व परंपरागत पनडुब्बी जहाजों और कई युद्धक पोतों को भी आक्रमक ढंग से पश्चिमी समुद्री सीमा पर तैनात कर दिया गया।

 दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच क्षेत्र में अभ्यासरत भारतीय नौसेना वाहक युद्धक समूह को तुरंत सैन्य अभियान के लिए तैनात कर दिया गया।

नौसेना की भारी तैनाती के ब्योरे की जानकारी अब सार्वजनिक हुई है क्योंकि थियेटर लेवल ऑपरेशनल रेडिनेस एक्सरसाइज (ट्रॉपेक्स-2019) समाप्त हो चुका है।

तनाव की स्थिति पैदा होने के तत्काल बाद करीब 60 पोत और इतने ही विमानों की तैनाती कर दी गई थी।

नौसेना ने बताया कि इस कदम का मकसद पाकिस्तान की ओर से किसी प्रकार के बला को रोकना और उसे नाकाम करना था।

आईएनएस विक्रमादित्य मिग-29 के लड़ाकू जेट विमान से पूरी तरह लैस था और परमाणु पनडुब्बी, आईएनएस चक्र से सुरक्षित था।

पाकिस्तानी समुद्री बल से कहीं बहुत ज्यादा उम्दा श्रेणी की भारतीय नौसेना ने भूमिका में तब्दीली के लिए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। भारतीय नौसेना बड़ी तादाद में लड़ाकू मंचों का संचालन करती है।

भातीय लड़ाकू जहाजों के इतने विशाल बेड़े की हरकत से पाकिस्तानी नौसेना मकरान तट के निकट रूकने को मजबूर हो गई और वह खुले समुद्र में नहीं आ सकी।

इससे पहले इसी महीने पाकिस्तान ने कहा कि उसने अपनी जलसीमा में भारतीय पनडुब्बी का पता लगाया है लेकिन नई दिल्ली की ओर से उसके दावे को झूठा करार दिया गया।