बॉलीवुड में कास्टिंग काउच का होना कोई नई बात नहीं है। हालांकि मीटू मूवमेंट के बाद इसमें कुछ हद तक कमी देखने को मिली है। इस नई घटना की बात करें, तो अंधेरी के डीएन नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज एक शिकायत के अनुसार, एक 30 साल की मॉडल-ऐक्ट्रेस ने आरोप लगाया है कि साल 2017 से 2020 के बीच भूषण कुमार ने काम देने के बहाने बार-बार उनके साथ दुष्कर्म किया और शारीरिक रुप से उनका शोषण किया है।
ये साल 2017 में लगाए गए आरोप हैं और इसके बाद सितंबर, 2018 में बॉलीवुड अभिनेत्री तनुक्षी दत्ता ने नाना पाटेकर के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। यहीं से भारत में मीटू आंदोलन की शुरूआत हुई थी।
टी-सीरीज के प्रमुख भूषण कुमार पर लगाए गए आरोप में पीड़िता ने सोशल मीडिया या अन्य किसी प्लेटफॉर्म में अपनी पहचान जाहिर नहीं की है, लेकिन उन्होंने पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज कराई है।
क्या भूषण कुमार निर्दोष साबित होंगे, क्या वह गिरफ्तार होने से बच पाएंगे? सोशल मीडिया पर कई यूजर्स का मानना है कि मामले को रफा-दफा करने के लिए भूषण कुमार अपनी ताकत और पैसे का पूरा उपयोग करेगा। कई लोगों के मानना है कि इन दोनों के बीच संबंध आपसी सहमति से बने होंगे। फिल्म में काम मिलने के अपने इरादे से ही लड़की ने ऐसा किया होगा।
शुक्रवार को सोशल मीडिया पर मुद्दे को लेकर लोगों की अलग-अलग राय देखने को मिली। एक ने लिखा, अगर दोनों आपसी सहमति से करीब आए होंगे, तो भला यह रेप कैसे हो सकता है? अगर उसे काम मिलता, तो वह शिकायत नहीं करती, है ना? मैं इस चीज को सपोर्ट नहीं कर रहा हूं, जिसमें लोग फायदे के लिए रोल देने का वादा करते हैं, लेकिन लड़की खुद भी सही नहीं है।
एक ने लिखा है, जब मामला रेप का है, तो गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? या फिर अमीर और गरीब के लिए कानून अलग-अलग हैं?
एक यूजर ने लिखा है, अगर यह बॉलीवुड है, तो फिर कुछ होने से रहा।
कुछ लोगों का मानना है कि ऐसे मामलों पर राय बनाने से पहले दुष्कर्म और सहमति से यौन संबंध बनाने के बीच का अंतर स्पष्ट रूप से निर्धारित किया जाना चाहिए। एक यूजर ने ट्वीट किया, यह रेप नहीं है। ऐसा आपसी सहमति से हुआ है। वह खुद काम मिलने के लालच में उसके साथ हमबिस्तर हुई है।
–आईएएनएस
एएसएन/आरजेएस