सावंत ने यह भी कहा कि गोवा और महाराष्ट्र के बीच सदियों से समृद्ध संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के स्वतंत्रता सेनानियों ने पुर्तगाली औपनिवेशिक शासन को उखाड़ फेंकने के लिए गोवा के संघर्ष में योगदान दिया है।
सावंत ने कहा, शिवाजी महाराज के समय से ही गोवा का महाराष्ट्र से संबंध रहा है। उन्होंने अपने समय में गोवा में धार्मिक और हिंदू संस्कृति को संरक्षित किया। यह उनके और संभाजी के शासनकाल के दौरान ही था कि स्वदेशी धार्मिक प्रथाओं को बनाए रखा गया।
1600 के दशक में शिवाजी का शासनकाल रहा और इसी समय पर गोवा में प्रारंभिक पुर्तगाली शासन था। यह वो समय था, जब ईसाई धर्म अपनाने के लिए लोगों को मजबूर किया जाता था।
मुख्यमंत्री सावंत ने कहा, गोवा स्वतंत्रता संग्राम में भी महाराष्ट्र का बड़ा योगदान रहा है। हम 60 साल की आजादी का जश्न मना रहे हैं। स्वतंत्रता सेनानी पूरे भारत से, विशेषकर गोवा-महाराष्ट्र सीमा से आए थे।
उन्होंने यह भी कहा कि गोवा में स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए महाराष्ट्र के 20 स्वतंत्रता सेनानियों को पुर्तगाली सैनिकों ने गोली मार दी थी।
–आईएएनएस
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