अब कोरोना से दो चार करने को तैयार ऋषिकेश का पहलवान

ऋषिकेश, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। अखाड़े में लोगों को धूल चटाने वाले ऋषिकेश के पहलवान लाभांशु शर्मा ने अब कोविड को मात देने का बीड़ा उठाया है। वह अपने घर को कोविड देखभाल केन्द्र बनाना चाहते है। इसके लिए उन्होंने बकायदा उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र लिखा है। कोरोना से दो चार करने को तैयार पहलवान का मनाना है कि इस संकट के समय जितना भी हो सकेगा वह लोगों की मदद करेंगे।

मशहूर कुश्ती खिलाड़ी लाभांशु शर्मा एशियाई अंतर्राष्ट्रीय खेलों में दो स्वर्ण पदक और इंडो नेपाल अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती टूनार्मेंट के विजेता रह चुके हैं। लाभांशु ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र लिखकर अपने घर को कोरोना सेंटर बनाने की पहल की है। उन्होंने पत्र में लिखा कि देश जिस महामारी से गुजर रहा है उस समय मैं इस जंग में सहयोग करना चाहता हूं।

एशियाई अंतर्राष्ट्रीय खेलों में दो स्वर्ण पदक पाने वाले लभांशु का घर तीन मंजिल का बना हुआ है। जिसमें करीब 30 लोगों के रहने की व्यवस्था है। इसमें एक ओपेन गार्डन और जिम भी है। पहलावन कोरोना से जूझ रहे व्यक्तियों की अपेन कोविड सेंटर में खुद सेवा करेंगें। कोरोना गाइड लाइन के तहत डाक्टरों की मदद से यह मरीजों की पूरी देखभाल करेंगे।

पहलवान का कहना है कि देष में जब चारो तरफ ऑक्सीजन, बेड और दवाओं के किल्लत से जूझते लोग दिखें तो उन्होंने अपने घर को कोविड केयर सेंटर के रूप में तब्दील करने का फैसला लिया। इस दौरान वह मरीजों को व्यायाम, योग, खाने-पीने की सारी व्यवस्था भी करेंगे। वह मरीजों को स्वास्थ्य कराने में अपनी पूरी ताकत लगा देंगे।

लभांशु ने बताया कि इस समय देश और प्रदेश को कोविड केयर और आइसोलेशन सेंटर्स की बहुत आवश्यकता है, इसलिए मैं अपने घर को आइसोलेशन सेंटर में बनाने की आपसे गुजारिश करता हूं। लभांशु ने बताया कि वह अपनी तरफ से 30 मरीजों के रहने की व्यवस्था भी करेंगे। और सभी मरीजों के खाने की व्यवस्था भी खुद ही करेंगे। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब लभांशु ने समाज सेवा के लिए कदम बढ़ाया हो। लभांशु एंटी ड्रग कैंपेन भी चलाते हैं और युवाओं को नशे की लत से दूर रखने की सीख देते हैं।

लभांशु को हाल ही में नेपाल के गांधी पीस फाउंडेशन की ओर से डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती को लेकर चर्चा में रहने वाले लाभांशु को यह उपाधि समाज में बढ़ रहे तनाव को कम करने के लिए दी गई। दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों के बाद समाज के दो समुदायों में बढ़े तनाव को कम करने में लाभांशु ने काफी अहम कदम उठाए थे जिसकी खूब चर्चा हुई थी।

लाभांशु शर्मा उत्तराखंड के ऋषिकेश के रहने वाले हैं। लाभांशु भारतीय पहलवान व विश्व शांति कार्यकर्ता हैं। उन्होंने विश्व शांति के लिए आयोजित किए गए कई अभियानों की अगुवाई की है। इन्हें 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। उन्हें उत्तराखंड रत्न, एपीजे अब्दुल कलाम अवॉर्ड, यंग अचीवर अवॉर्ड, नेशनल यूथ अवॉर्ड भी मिल चुका है।

–आईएएनएस

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