अब राज्य के शिक्षक नहीं करेंगे गैर शैक्षणिक कार्य

महाराष्ट्र राज्य शिक्षक परिषद की तरफ से आयोजित अधिवेशन में तावडे़ ने यह आश्वासन दिया

मुंबई : प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे़ ने कहा कि राज्य के शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कामों की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाएगा। महाराष्ट्र राज्य शिक्षक परिषद की तरफ से आयोजित अधिवेशन में तावडे़ ने यह आश्वासन दिया है । उन्होंने कहा कि शिक्षकों को गैर शैक्षणिक काम न दिए जाने के बारे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा हो चुकी है।

आगामी समय में प्रदेश की ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे, राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील सहित अन्य विभागों के मंत्रियों से चर्चा करके इस बारे में अंतिम फैसला ले लिया जाएगा।रविवार को दहिसर में आयोजित अधिवेशन के समापन पर राज्य भर से लगभग 1200 शिक्षक मौजूद थे। नागपुर के शिक्षक विधायक नागो गाणार ने कहा कि कंपनी कानून का परिणाम अनुदानित स्कूलों पर हुआ तो संबंधित कानून का विरोध किया जाएगा।

इससे पहले तावड़े ने शिक्षकों से विभिन्न मुद्दे पर संवाद साधा। स्कूल के काम, गैर शैक्षणिक काम, पुरानी पेंशन, अतिरिक्त शिक्षा व अन्य विषयों के सवालों का जवाब दिया। सरकार की शैक्षणिक नीति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। तावड़े ने दावा किया कि राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में पहले स्थान पर लाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए शिक्षकों को समर्पित होकर काम करने की जरूरत है। इस मौके पर सांसद गोपाल शेट्टी, शिक्षक परिषद के अध्यक्ष वेणुनाथ कडू, अधिवेशन प्रमुख अनिल बोरनारे समेत अन्य लोग उपस्थित थे।