मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) जिसका नाम विजया लक्ष्मी (44) है, उसके परिवार वालों ने आरोप लगाया कि टीकाकरण के बाद साइड इफेक्ट के कारण उलकी मौत हुई है, अधिकारियों ने कहा कि मौत के कारण की जांच चल रही है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता की मौत का कारण उसकी शव परीक्षण रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही पता चलेगा।
अधिकारियों ने कहा कि मृत्यु टीकाकरण से नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि गुंटूर जिले में अब तक 10,000 से अधिक लोगों को टीका दिया गया है और एक भी साइड इफेक्ट की घटना की सूचना नहीं मिली है।
आशा कार्यकर्ता की मौत के बाद उसके परिवार के सदस्यों और आशा कार्यकर्ताओं ने गुंटूर के सरकारी जनरल अस्पताल में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग की।
गुंटूर के जिला कलेक्टर सैमुअल आनंद ने घोषणा की कि मृतक के बेटे को एक सरकारी नौकरी दी जाएगी।
–आईएएनएस
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