आम्बेडकर प्रेमी जनता को रिझाने भाजपा ने खोज निकाला ‘तोड़’

अदालती मर्यादा पर ‘समता सप्ताह’ का विकल्प

पिम्परी। पुणे समाचार ऑनलाइन

जयंती महोत्सवों के आयोजनों पर होनेवाले भारी खर्च पर नाराजगी जताते हुए उच्च न्यायालय ने मर्यादा निश्चित की है, इसके चलते पिम्परी चिंचवड़ मनपा द्वारा आयोजित किये जानेवाले डॉ बाबासाहेब आम्बेडकर व महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती महोत्सव के आयोजन पर सवालिया निशान लगा रहा। इससे आम्बेडकर प्रेमी जनता में फैलती नाराजगी को ध्यान में रख उन्हें रिझाने के लिए सत्ताधारी भाजपा ने ‘तोड़’ निकाल ही लिया। राज्य सरकार के निर्देशानुसार मनपा द्वारा डॉ बाबासाहेब जयंती को सामाजिक समता सप्ताह के रूप में प्रबोधन पर्व के बैनर तले मनाना तय किया गया है। 14 अप्रैल तक मनाए जाने वाले चार दिवसीय प्रबोधन पर्व का उदघाटन 11 अप्रैल की शाम 6 बजे पालकमंत्री गिरीश बापट के हाथों होगा।

उच्च न्यायालय ने धार्मिक व अन्य जयंती महोत्सवों के आयोजनों पर किये जानेवाले भारी खर्च पर नाराजगी जताते हुए ख़र्च पर नियंत्रण लाने के आदेश राज्य सरकार को दिए हैं। जयंती महोत्सव मनाना सरकार या स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं का काम नहीं है, यह भी न्यायालय ने स्पष्ट किया है। सरकार ने ऐसे आयोजनों पर 5 लाख रुपए की खर्च मर्यादा तय की है। इसके चलते इस साल क्रांतिसूर्य महात्मा ज्योतिबा फुले व डॉ बाबासाहेब आम्बेडकर जयंती महोत्सव के आयोजन पर सवाल खड़ा हो गया था। आम्बेडकरी जनता ने इस पर कड़ी आपत्ति व नाराजगी जताई। इसके मद्देनजर आम्बेडकर प्रेमी जनता को रिझाने के लिए सत्ताधारी भाजपा ने जयंती महोत्सव के आयोजन की राह में पड़े रोडों को दूर कर लिया है। डॉ बाबासाहेब आम्बेडकर जयंती को सामाजिक समता सप्ताह के रूप में मनाने संबंधी राज्य सरकार के निर्देशानुसार मनपा ने प्रबोधन पर्व के रूप में जयंती महोत्सव मनाने का फैसला किया है, इसके लिए 22 लाख रुपए का बजट भी निश्चित किया गया है।

आज एक संवाददाता सम्मेलन में मनपा के सभागृह नेता एकनाथ पवार ने इसकी आधिकारिक घोषणा की। इस मौके पर सह शहर अभियंता रविन्द्र दुधेकर, पूर्व नगरसेवक विनायक गायकवाड़, सहायक आयुक्त अन्ना बोदाडे आदि उपस्थित थे। महापौर नितिन कालजे की अध्यक्षता में बुधवार को होनेवाले प्रबोधन पर्व के उदघाटन समारोह में सामाजिक न्याय राज्यमंत्री दिलीप काम्बले, सांसद अमर साबले, श्रीरंग बारने, शिवाजी आढलराव पाटिल, विधायक लक्ष्मण जगताप, महेश लांडगे, गौतम चाबुकस्वार आदि की प्रमुख उपस्थिति होगी। इस प्रबोधन पर्व में चार दिनों तक विविध प्रबोधनात्मक, सांस्कृतिक, भीमगीतों व नाट्य मंचन, शाहीरी जलसा आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इन कार्यक्रमों का लाभ उठाने की अपील सभागृह नेता एकनाथ पवार व संयोजक समिति ने की है।