पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत के लिम्बाटा जिले के प्रमुख थॉमस ओला ने डीपीए समाचार एजेंसी को बताया, माउंट नुवोतोलोक ज्वालामुखी का मलबा रविवार को भारी बारिश के बाद घरों में घुस गया। चौदह गांव अब भी पूरी तरह से अलग-थलग पड़ गए हैं और उनकी सड़कों तक पहुंचना संभव नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है, क्योंकि अभी भी गांवों से जानकारी एकत्र की जा रही है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के अनुसार, प्रांत के एक अन्य हिस्से अदोनारा द्वीप में बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 55 से बढ़कर हो गई है, वहीं 20 अभी भी लापता हैं।
मौसम विज्ञान और मौसम विज्ञान एजेंसी ने भविष्यवाणी की है कि इंडोनेशिया के कुछ हिस्सों में बेहद खराब मौसम का सामना करना पड़ सकता है। यहां भारी बारिश, तेज हवाएं चल सकती हैं और ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
अक्सर आपदाएं झेलने वाले इंडोनेशिया में इस साल 30 मार्च तक 968 आपदाएं दर्ज की जा चुकी हैं।
–आईएएनएस
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