द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार को इस दो दिवसीय सत्र में करीबन सौ वैश्विक नेताओं के साथ वर्चुअली शामिल हुए इमरान ने महामारी से लड़ने की बात पर अपनी राय जाहिर की।
अपने इस संबोधन में इमरान ने वैश्विक वित्तीय वास्तुकला में सुधार किए जाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, जिसके तहत एक समावेशी और न्यायसंगत ऋण प्रबंधन तंत्र का निर्माण किए जाने, एक लोकतांत्रिक एसडीजी-केंद्रित व्यापार प्रणाली का निर्माण और एक उचित अंतर्राष्ट्रीय कर व्यवस्था स्थापित करने जैसी बात शामिल रही।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी के प्रभाव को सभी ने झेला है, लेकिन विकासशील देश इससे कहीं ज्यादा प्रभावित रहे हैं।
उन्होंने कहा, अगर कोविड-19 के चलते विकासशील देशों में पैदा हुए आर्थिक समस्याओं से उबरना है, तो अंतर्राष्ट्रीय समुदायों को कुछ प्राथमिक कार्यो की पहचान करनी होगी और उस दिशा में काम शुरू करना होगा।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, आर्थिक सुरक्षा के अभाव में दुनिया में संघर्ष और विवाद बने रहेंगे और इनमें इजाफा होगा।
–आईएएनएस
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