इस अनशन पर क्यों नहीं है मीडिया की नज़र?

नई दिल्ली:

देश की राजधानी दिल्ली में अन्ना हजारे के अनशन के बाद एक और अनशन चल रहा है। ये अनशन करप्शन ख़त्म करने या लोकायुक्त की नियुक्ति से नहीं बल्कि बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के खात्मे से जुड़ा है, लेकिन अफ़सोस की बात है कि पूरा मीडिया पर खामोश है। ख़ामोशी का आलम यह है कि देश के अधिकतर लोगों को इस बात का इल्म ही नहीं है कि ऐसा कोई अनशन चल भी रहा है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पिछले सात दिनों से अनशन पर हैं। उनका कहना है कि जब तक बलात्कार जैसे अपराध के लिए देश में सख्त कानून नहीं बनते तब तक वो अपना अनशन नहीं तोड़ेंगी।

व्हीलचेयर पर पहुंचीं
अनशन के सातवें दिन गुरुवार को स्वाति मालीवाल व्हीलचेयर पर बैठकर गांधी समाधि के दर्शन के लिए पहुंची। स्वाति राजघाट के समता स्थल पर ही अनशन कर रही हैं और वह अपने दिन की शुरुआत बापू की समाधि के दर्शन से ही करती हैं। यही वजह है कि चलने में तकलीफ होने पर भी स्वाति व्हील चेयर पर बैठकर बापू की समाधि पर पहुंची और दर्शन किए।

देश में क्यों नहीं बोलते पीएम
स्वाति का कहना है कि उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि मोदी जी विदेश यात्रा पर गए हैं। वो पीएम के लौटने का इंतजार करेंगी। इसके साथ ही उनका ये भी कहना है कि मोदी जी विदेश में जाकर रेप के बारे में बोल रहे हैं और देश में चुप रहते हैं। उन्हें कड़े कानून बनाने चाहिए।

क्या है मांग?
स्वाति की मांग है कि दिल्ली पुलिस में खाली 66,000 पदों को भरा जाए। नर्भया फंड को दिल्ली पुलिस में भर्ती के लिए इस्तेमाल किया जाए और फास्ट ट्रैक कोर्ट को सेट अप किया जाए। स्वाति मालीवाल का कहना है कि दोषियों को केवल डर ही रोक सकता है। इसलिए दोषियों को 6 महीने भीतर फांसी दे देनी चाहिए।

केजरीवाल कनेक्शन वजह
जानकार मानते हैं कि स्वाति मालीवाल के अनशन को मीडिया कवरेज नहीं मिलने की वजह उनका आम आदमी पार्टी से जुड़ाव है। अधिकांश मीडिया भाजपा और कांग्रेस की तरह ही अरविन्द केजरीवाल और उनकी पार्टी से दूरी बनाए हुए है। यही वजह है कि आम आदमी पार्टी की गलतियों को प्रमुखता से उठाना वाला मीडिया, उसके अच्छे कामों पर पूरी तरह चुप्पी साध लेता है।