इससे पहले विपक्षी एकता को दिखाते हुए कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में राहुल गांधी द्वारा आयोजित ब्रेकफास्ट मीटिंग (नाश्ते के दौरान बैठक) में 15 विपक्षी दलों ने भाग लिया। बैठक के दौरान राहुल गांधी ने कहा, मेरे विचार से सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम इस बल को एकजुट करते हैं। लोगों की यह आवाज जितनी एकजुट होगी, यह आवाज उतनी ही शक्तिशाली होगी। भाजपा-आरएसएस के लिए इसे दबाना मुश्किल होगा।
पेगासस जासूसी मामला सामने आने के बाद उन्होंने वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा की।
बैठक में भाग लेने वाले दलों में कांग्रेस के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), शिवसेना, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), समाजवादी पार्टी, सीपीआई-एम, सीपीआई, आईयूएमएल, आरएसपी, केसीएम, झामुमो, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी), तृणमूल कांग्रेस, डीएमके और एलजेडी शामिल रहे।
आम आदमी पार्टी (आप) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) हालांकि बैठक से दूर रहे।
बैठक के बाद, राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा, एक प्राथमिकता – हमारा देश, हमारे लोग।
विपक्ष मानसून सत्र के दौरान पेगासस जासूसी विवाद पर चर्चा की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार का कहना है कि आईटी मंत्री के बयान के बाद ही स्पष्टीकरण मांगा जा सकता है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इसे गैर मुद्दा करार दिया है।
–आईएएनएस
एकेके/आरजेएस