उन्होंने सोमवार को अर्थव्यवस्था पर एक उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा, कोविड संकट कई अन्य संकटों को साथ लेकर आया है, विशेष रूप से विकासशील देशों में।
वॉन डेर लेयेन ने कहा कि सबसे बड़ा संकट ऋण संकट है, उसके बाद शिक्षा का संकट और फिर विभिन्न देशों में बढ़ती असमानताओं का संकट।
उन्होंने वैश्विक स्तर पर निवेश बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि विभिन्न देशों को दो चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है — महामारी से लड़ना और आर्थिक विकास की गति को मजबूती देना, जिससे सतत विकास का लक्ष्य हासिल हो सके।
बैठक में अपने भाषण में, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि बेहतर कर्ज राहत और गरीब देशों के लिए नए रचनात्मक वित्तपोषण की जरूरत है।
उन्होंने कहा, विकासशील देशों को महामारी से लड़ने के अलावा अर्थव्यवस्था में तरलता बनाए रखना बेहद जरूरी है।
–आईएएनएस
एसकेपी