उन्नाव मामला : सीबीआई ने दुर्घटना मामले में प्राथमिकी दर्ज की

नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)| सीबीआई ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उनके भाई मनोज सिंह सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें उत्तर प्रदेश के एक अन्य मंत्री का रिश्तेदार भी शामिल है। यह कार्रवाई उस लड़की के सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद हुई है, जिसने विधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 20 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है।

इन सभी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, आपराधिक धमकी और आपराधिक साजिश शामिल हैं।

एफआईआर में आरोपी विनोद मिश्रा, हरि पाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह और अधिवक्ता अवधेश सिंह के नाम शामिल हैं। ये सभी उन्नाव के रहने वाले हैं।

आरोपी अरुण सिंह उत्तर प्रदेश के एक अन्य राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी भैया का दामाद है।

वह योगी आदित्यनाथ सरकार में कृषि, कृषि शिक्षा और अनुसंधान राज्य मंत्री हैं और फतेहपुर के हुसैनगंज से भाजपा विधायक हैं। कुलदीप सेंगर के करीबी अरुण सिंह उन्नाव के नवाबगंज से ब्लॉक प्रमुख हैं।

लखनऊ में सीबीआई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राम सिंह को जांच करने के लिए कहा गया है।

केंद्र ने ट्रक-कार की टक्कर की जांच के लिए मंगलवार को मामला सीबीआई को सौंप दिया, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। इस दुर्घटना में दुष्कर्म पीड़िता का वकील भी जिंदगी की जंग लड़ रहा है।

दुष्कर्म पीड़िता (जिसने 2017 में कुलदीप सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था) रविवार को अपने वकील और दो रिश्तेदारों के साथ रायबरेली जा रही थी। इस दौरान गलत दिशा से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने उसकी कार को टक्कर मार दी थी। इसमें पीड़िता के दो रिश्तेदारों की मौत हो गई, जिसमें से एक मृत महिला इस मामले की गवाह थी।

रायबरेली में कार से टकराया यह ट्रक फतेहपुर के एक सपा नेता का था।

सीबीआई टीम ने पहले ही उत्तर प्रदेश पुलिस से संबंधित मामले के दस्तावेज और अन्य जरूरी जानकारी एकत्र कर ली है। अब टीम अपराध स्थल पर जाकर जांच शुरू करेगी।

कुलदीप सेंगर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से ही वह जेल में है।