उप्र : ‘एक जिला एक उत्पाद’ को बढ़ावा देने 75 जिलों में होगा उद्यमी सम्मेलन

लखनऊ, 22 अगस्त (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अपनी बहुचर्चित योजना ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ओडीओपी) को उप्र के 75 जिलों में और तेजी से बढ़ावा देगी। इसके लिए हर जिले में एक उद्यमी सम्मेलन कराए जाने का निर्णय लिया है। इसके लिए पूरी तैयारी की जा रही है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने आईएएनएस को बताया कि एक जिला एक उत्पाद योजना को और ज्यादा विस्तारित और प्रचारित करने के लिए सितंबर माह से प्रत्येक जिले में उद्यमी सम्मेलन कराया जाएगा। इसमें जिलों में उत्पाद बेचने और बनाने में आने वाली दिक्कतों के बारे में जाना जाएगा।

उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य ओडीओपी से संबंधित समस्याएं और उनको सुझाव देने के साथ स्थानीय लोगों को बढ़ावा दिया जाना है। अभी फिलाहल हर जिले में इसपर काम हो रहा है। इसके अलावा एक बड़ा सम्मेलन लखनऊ में कराया जाएगा। सरकार का उद्देश्य है कि इस योजना से हर जिले में लोगों को रोजगार मिल जाए और उन्हें रोजगार के लिए प्रदेश से बाहर न जाना पड़े।

प्रमुख सचिव ने कहा कि प्रत्येक जिले के उत्पाद को और बेहतर बनाने के लिए डिजाइन ट्रेनिंग संस्थान भी खोले जाने की योजना है। इसमें आगे चलकर जिले के प्रसिद्घ दूसरे स्तर के उत्पादों को भी शामिल किए जाने के अलावा हर जिले में प्रदर्शनी और मेलों का आयोजन किए जाने की भी योजना है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इसे जान और समझ सकें।

सहगल ने कहा कि विभिन्न जिलों के चिन्हित विशिष्ट उत्पादों के उत्पादन से लेकर विपणन तक के लिए कच्चा माल, डिजाइन, उत्पादन प्रक्रिया, गुणवत्ता सुधार, अनुसंधान एवं विकास, पर्यावरण, उर्जा संरक्षण तथा पैकेजिंग आदि की सुविधा प्रदान करने के लिए सभी जिलों में सीएफसी स्थापित किए जाएंगे।

प्रमुख सचिव ने कहा कि सभी जिलों में सीएफसी की स्थापना के लिए एजेन्सी के माध्यम से बेसलाइन सर्वे कराया जा रहा है। सामान्य सुविधा केन्द्रों के माध्यम से टेस्टिंग लैब, डिजाइन डेवलपमेंट एण्ड ट्रेनिंग सेंटर, तकनीक अनुसंधान एवं विकास केन्द्र, उत्पादन प्रदर्शन सह विक्रय केन्द्र, कॉमन प्रोडक्शन प्रोसेसिंग सेंटर, सामान्य लॉजिस्टिक सेंटर, सूचना संग्रह विश्लेषण एवं प्रसारण केन्द्र तथा पैकेजिंग, लेबलिंग एवं बारकोडिंग की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। सामान्य सुविधा केन्द्रों की स्थापना, संचालन एवं रख-रखाव एसपीवी (स्पेशल पर्पज व्हीकल) द्वारा किया जायेगा।