किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में पल्मोनरी क्रिटिकल केयर मेडिसिन विंग में विभाग के प्रमुख डॉ. वेद प्रकाश ने कहा, मेरठ एक ऐसा शहर है, जहां बड़ी संख्या में बाहर के लोग आते-जाते हैं, खासकर दिल्ली से। हम यात्रा पैटर्न का अध्ययन कर रहे हैं, जो मामले बढ़ने का एक कारण हो सकता है। जल्द ही मेरठ के लिए एक नई रणनीति तैयार करनी होगी।
वहीं मामलों में बढ़ोतरी वाले अन्य जिलों में लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर, गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद शामिल हैं। साथ ही राज्य में कोविड रोगियों की मृत्यु संख्या में भी इजाफा हुआ है। सक्रिय मामलों की संख्या बुधवार को 21,954 से बढ़कर गुरुवार को 22,757 हो गई।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में कोविड-19 की दूसरी लहर की जांच करने के लिए एक बहु-आयामी रणनीति अपनाई है। इसके लिए नमूने एकत्र करने के अलावा, परीक्षण में वृद्धि, राज्य भर में निगरानी और संक्रमण की श्रृंखला तोड़ने के लिए संपर्क ट्रेसिंग की जा रही है।
वहीं लखनऊ में बढ़ते मामलों के पीछे सोशल डिस्टेंसिंग की कमी को बड़ा कारण बताया गया है। अंतरराष्ट्रीय डॉक्टरों के एसोसिएशन के महासचिव डॉ. अभिषेक शुक्ला ने कहा, लोगों ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना बंद कर दिया है। बाजारों में तो शायद ही कहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है।
–आईएएनएस
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