एक दिन के उपवास पर रहे केजरीवाल और उनकी कैबिनेट

नई दिल्ली, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों को समर्थन देते हुए सोमवार को एक दिन का उपवास रखा। मुख्यमंत्री के अलावा उनका पूरा मंत्रिमंडल भी उनके साथ इस उपवास में शामिल रहा। अरविंद केजरीवाल की अपील पर आम आदमी पार्टी के कई विधायक एवं अन्य नेता सोमवार को किसानों के समर्थन में सामूहिक उपवास पर बैठे।

आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पर किसानों के समर्थन में सामूहिक उपवास का आयोजन किया गया। इस सामूहिक उपवास में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, विधायक अतिशी समेत 50 से अधिक विधायक, पार्षद एवं सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

इस दौरान दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, पूरे देश में केंद्र सरकार के बनाए गए तीन कृषि कानून लागू हो गए हैं। जिनकी वजह से किसान बहुत दुखी हैं। उनको जितना पैसा पहले मिल रहा था, अब उतना भी नहीं मिल पा रहा है। इसके विरोध में किसान आंदोलन कर रहे हैं। सड़कों पर उतरे हुए हैं।

उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के मुताबिक कुछ लोगों ने अपने घर पर यह उपवास किया। आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में दिल्ली सरकार के मंत्री और विधायकों ने उपवास किया। दिल्ली सरकार का कहना है कि किसानों के विरोध में लाए गए यह तीनों बिल वापस लिए जाएं। इससे पूरे देश के किसान डरे हुए हैं।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में हम सब लोगों ने अपने अन्नदाताओं के मान सम्मान की लड़ाई में अपना सहयोग देने के लिए उपवास किया। हिंदुस्तान को यह देखना और हमेशा के लिए याद ध्यान रख लेना चाहिए कि कैसे भाजपा ने अन्नदाताओं को इस अनशन के लिए विवश कर दिया है।

किसानों के समर्थन में दिल्ली सरकार के सभी मंत्रियों ने एक साथ सामूहिक उपवास किया। मुख्यमंत्री द्वारा उपवास किए जाने के ऐलान के बाद किसानों के समर्थन में आम आदमी पार्टी के विधायकों और दिल्ली सरकार के मंत्रियों ने यह फैसला लिया।

उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने उपवास के दौरान कहा, केजरीवाल सरकार ने जब से दिल्ली के स्टेडियमों को जेल बनाने से मना किया है, तब से हमारे खिलाफ तरह तरह की हरकतें शुरू की गई हैं। सीएम आवास के बाहर धरना दिया जा रहा है। कैमरे तोड़े जा रहे हैं। मेरे घर पर भाजपा के कार्यकर्ता घुस जाते हैं, लेकिन हम दबाव में नहीं आने वाले।

–आईएएनएस

जीसीबी/एएनएम