एनएसयूआई ने पीएम मोदी और कैबिनेट मंत्रियों के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई

नई दिल्ली, 14 मई (आईएएनएस)। नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने दिल्ली पुलिस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ कोविड-19 संकट के बीच भागने का आरोप लगाते हुए उनके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।

कांग्रेस की छात्र शाखा का यह कदम केंद्रीय मंत्री अमित शाह की गुमशुदगी के लिए दर्ज कराई गई रिपोर्ट के दो दिन बाद सामने आया है।

दरअसल, कोरोनावायरस महामारी की दूसरी लहर का कहर देश पर बुरी तरह टूटा है। स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है, जिससे केंद्र सरकार और मंत्रियों की चारों तरफ से आलोचना हो रही है। नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव नागेश करियप्पा ने जहां पहले गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए पुलिस में उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी, वहीं अब उन्होंने पीएम मोदी व अन्य कई कैबिनेट मंत्रियों के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।

एनएसयूआई महासचिव करियप्पा ने नवीनतम गुमशुदगी की रिपोर्ट मोदी, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, एस. जयशंकर, रविशंकर प्रसाद, धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रकाश जावड़ेकर, हर्षवर्धन और गजेंद्र सिंह शेखावत के लिए यहां संसद मार्ग थाने में दर्ज कराई है।

करियप्पा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि भाजपा के इन सभी नेताओं को आखिरी बार पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान देखा गया था और इसके बाद से ही यह लापता हैं।

करियप्पा ने कहा कि ऐसे समय में जब देश भर में महामारी की दूसरी लहर चल रही है, मोदी और उनके कैबिनेट मंत्रियों ने लोगों की पीड़ा से आंखें मूंद ली हैं।

एनएसयूआई नेता ने कहा कि राजनेताओं के रूप में, उन्हें पूरे देश के प्रति जवाबदेह होना चाहिए, लेकिन महामारी के संकट के समय में भी प्रधानमंत्री और उनके मंत्री स्थिति से भाग रहे हैं।

करियप्पा ने पिछले सात वर्षों में भाजपा की उपलब्धि के बारे में भी सवाल किया और कहा कि वह केवल जुमले गढ़कर और झूठे वादे करके ही अभी तक टिक पाई है।

करियप्पा ने इस बात पर जोर दिया कि चिकित्सा संसाधनों की कमी के कारण देश भर में लाखों लोग पीड़ित हैं। उन्होंने कहा, लोग मृतकों के अंतिम संस्कार करने को लेकर जगह पाने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। तथाकथित नेता कहां हैं, जिन्होंने भारत को वैश्विक लीडर बनाने का आश्वासन दिया था।

इस बीच, एनएसयूआई प्रमुख नीरज कुंदन ने कहा है कि जब लोगों को सख्त जरूरत है, ऐसे समय में प्रधानमंत्री और उनके कैबिनेट सहयोगी गायब हैं।

कुंदन ने कहा, उन्हें तो ऐसे समय पर सबसे आगे होना चाहिए था, जब चिकित्सा उपकरणों की कमी के कारण कई लोगों की मृत्यु हो रही है।

–आईएएनएस

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