ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बना उप्र में गंगा का प्रवेश द्वार बिजनौर

बिजनौर, 27 जनवरी (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश में पतित पावनी गंगा का प्रवेश द्वार बिजनौर सोमवार को ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बना। मौका था पहली गंगा यात्रा का। बिजनौर से गंगा यात्रा का शुभारंभ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। मकसद है लोगों को गंगा की महत्ता के प्रति जगरूक करना। यह बताना कि गंगा सिर्फ आस्था ही नहीं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था भी है।

हालांकि सुबह मौसम अनुकूल नहीं था। आसमान पर बादलों का और धरती पर कोहरे का पहरा था। रह-रह कर सूरज बादलों की ओट से झांक लेता था, मानो लोगों के सब्र और उत्साह की परीक्षा ले रहा हो। इधर गंगा की गोद में बैठे लोगों का उत्साह हिलोरें मार रहा था। गाय और गंगा को बचाने के संकल्प के साथ भारत माता और गंगा मईया जय के नारे आसमान में गूंज रहे थे।

अंतत: सूरज ने उत्साही भीड़ के आगे हार मान ली और इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। उन्होंने हरिद्वार से आए ‘गंगा सभा आरती’ के पंडितों के साथ विधिवत मां गंगा का पूजन किया। इसके साथ ही योगी ने लोगों के बीच आकर गंगा की अहमियत बताते हुए इसे अविरल और निर्मल बनाने का संकल्प दिलाया।

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, एसडीएस वी. के. सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश सरकार के मंत्री सुरेश राणा और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।