कठुआ गैंगरेप: राजनीति से आगे बढ़ना नहीं चाहते सियासी दल

नई दिल्ली: कठुआ गैंगरेप मामले को लेकर सियासत ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही है। बच्चियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को कम करने का रास्ता खोजने के बजाये, राजनीतिक दल एक-दूसरे पर इल्जाम लगा रहे हैं। बीते दिनों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कठुआ और उन्नाव गैंगरेप को लेकर कैंडल मार्च निकाला था, अब भाजपा ने उसका जवाब दिया है। भाजपा ने पूछा है कि राहुल गांधी निर्भया के वक्त कहां थे। आपको बता दें कि कठुआ गैंगरेप के आरोपियों को बचाने की कोशिश में निकाली गई रैली में कथित तौर पर भाजपा के 2 नेता भी शामिल हुए थे। इसके बाद से ही कांग्रेस समेत विपक्ष ने भाजपा को निशाने पर ले रखा है।

लोगों की भावना को उठाया
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इन आरोपों के संबंध में कांग्रेस और राहुल पर निशाना साधा। जावडेकर ने कहा कि कांग्रेस के जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष ने इस घटना के बाद कहा था कि स्थानीय लोग अगर कह रहे हैं कि असल दोषी बाहर हैं तो इसमें कुछ सच्चाई होगी। जावडेकर ने कहा कि उन्होंने जांच को मामले को रफा-दफा करने की कोशिश बताया था। जावडेकर ने सवाल पूछते हुए कहा कि जब भाजपा ने स्थानीय लोगों की इसी भावना को उठाया तो हल्ला मच गया।

कांग्रेस करे कार्रवाई  
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमने तो इस मामले में कार्रवाई की। जावडेकर ने कहा कि ‘हमारे दोनों मंत्रियों ने इस्तीफे दिए, लेकिन रात में कैंडल मार्च निकालने वाले राहुल गांधी अपने प्रदेश अध्यक्ष पर कार्रवाई नहीं करते।’उन्होंने कहा कि जब देश निर्भया के मामले में उद्वेलित था तब राहुल ने कैंडल मार्च क्यों नहीं निकाला।