कर्नाटक के भाजपा विधायक ने टीकाकरण के लिए निजी टोकन अनिवार्य किया

बेंगलुरु, 12 जुलाई (आईएएनएस)। ऐसे समय में जब देश वैक्सीन की कमी का सामना कर रहा है, कर्नाटक के राजराजेश्वरी नगर (आर आर नगर) के एक स्थानीय विधायक पर अस्पतालों से अपने निजी कार्यालय में टीके लगाने का आरोप लगाया गया है।

आरआर नगर के भाजपा विधायक एन. मुनिरत्ना पर भी आरोप लगाया गया है कि लोगों को उनके कार्यालय में टीकाकरण के बाद उनके फोटो और नाम को मोटे अक्षरों में लिखे जाने के साथ टोकन प्राप्त करना अनिवार्य कर दिया गया है।

कांग्रेस की एक नेता कुसुमा हनुमंतरायप्पा ने आईएएनएस से बात करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा विधायक मुनिरत्न ने सरकारी टीकाकरण कार्यक्रम को भाजपा के टीकाकरण कार्यक्रम में बदल दिया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि जब लोग सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) जाते हैं, तो उनका बिना स्टॉक बोर्ड के स्वागत किया जाता है और टीकाकरण के लिए विधायक के कार्यालय जाने के लिए कहा जाता है। उनके अनुयायियों द्वारा वितरित टोकन एकत्र करना अनिवार्य है, जिसके बिना वे लोगों को टीका नहीं लगा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह पूरे निर्वाचन क्षेत्र में हो रहा है। हम इस पर शिकायत दर्ज करने की योजना बना रहे हैं और हम परामर्श और साक्ष्य एकत्र करने की प्रक्रिया में हैं।

कुसुमा ने सवाल किया कि सरकारी अस्पतालों में टीकों का कोई स्टॉक नहीं है। वे विधायक कार्यालय में कैसे उपलब्ध हैं? उन्होंने लोगों को दिए गए टोकन की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शेयर की हैं।

उन्होंने टीकाकरण अभियान को राजनीतिक नौटंकी में बदलने के लिए भाजपा कर्नाटक इकाई पर हमला किया है।

बीबीएमपी राजराजेश्वरी नगर मंडल के मुख्य अभियंता विजय कुमार ने सरकारी टीकों को विधायक कार्यालय में बदलने के सभी आरोपों का खंडन किया। उन्होंने समझाया कि हमें वार्ड में रहने वालों के लिए टीके देने को प्राथमिकता देने के लिए कहा गया है।

विधायक मुनिरत्न ने स्पष्ट किया कि उनके कार्यालय में टीकाकरण किया जा रहा है क्योंकि यह सभी के लिए सुविधाजनक है। उन्होंने आगे कहा कि केवल मतदाता पहचान पत्रों से यह पुष्टि की जा रही है कि वे स्थानीय निवासी हैं या नहीं।

–आईएएनएस

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