कश्मीर : फारूक अबदुल्ला के गुपकार गठबंधन ने 4 माह में तोड़ा दम

नई दिल्ली, 6 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू एवं कश्मीर के पांच जिलों में जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को रोकने के उद्देश्य से नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में पिछले साल 20 अक्टूबर को गठित कश्मीर्स पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) ने चार महीनों में ही दम तोड़ दिया है।

फारूक अब्दुल्ला फिलहाल दिल्ली में हैं, जबकि गुपकार की एक अन्य महत्वपूर्ण सदस्य पीडीपी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती जम्मू में हैं। शुक्रवार देर शाम तक भाजपा और इसकी सहयोग पार्टी अल्ताफ बुखारी की अपनी पार्टी को रोकने के लिए पीएजीडी के घटक दलों के बीच वार्ता के कोई संकेत नहीं दिखे, जबकि शनिवार को ही श्रीनगर, शोपियां, कुलगाम, जम्मू और कठुआ जिलों में डीडीसी के चुनाव हुए।

पीएजीडी का तीसरा घटक दल सज्जाद लोन की पार्टी पीपुल्स कॉन्फ्रेंस इस संगठन से पहले ही अलग हो चुकी है। इसने केंद्र की भाजपा सरकार से नजदीकी बढ़ाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।

गौरतलब है कि पीएजीडी मुख्यधारा की सात विपक्षी पार्टियों का एक गठबंधन था। इसके गठन का मकसद भाजपा और अपनी पार्टी को रोकने के लिए मिलकर चुनाव लड़ना था, ताकि वे कश्मीर घाटी में डीडीसी व अन्य लोकतांत्रिक संस्थानों के महत्वपूर्ण पदों पर काबिज हो सकें। फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस को पिछले चुनावों में जबरदस्त जीत मिली थी, जबकि अब वे पराजय की दहलीज पर खड़े हैं।

–आईएएनएस

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