वरिष्ठ नौकरशाह को पहले ही सोने की तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में जमानत मिल चुकी है।
तीसरे मामले में, उन्हें संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में डॉलर की तस्करी के लिए आरोपी बनाया गया था। कस्टम की दलीलों पर उनकी कानूनी टीम द्वारा बहस किए जाने के बाद अदालत ने उन्हें जमानत दे दी।
शिवशंकर 98 दिनों के बाद बुधवार को एर्नाकुलम की कक्कानाड सब-जेल से बाहर आएंगे। उन्हें 2 लाख रुपये के बांड और इचनी ही राशि के दो व्यक्तिगत प्रतिभूतियों को भरने के बाद जमानत दी गई। उन्हें हर सोमवार को जांच अधिकारी के सामने भी उपस्थित होना होगा।
शिवशंकर मुख्यमंत्री कार्यालय में एक प्रभावशाली नौकरशाह थे। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और माकपा नौकरशाह से दूरी बना चुके हैं। पहली आरोपी स्वप्ना प्रभा सुरेश और दूसरा आरोपी पी.एस. सरिथ अभी भी जेल में हैं।
–आईएएनएस
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